एक सप्ताह में सातवीं के छात्र शाश्वत ने बनाया मैसेजिंग एप, आप भी जानें इसकी खासियत

भागलपुर के छात्र शाश्वत झा ने एप बनाया है। इस एप कई विशेषताएं हैं। वह सेंट टेरेसा स्‍कूल में पढ़ता है। शाश्वत पढ़ाई के साथ-साथ अन्य कई विधाओं का जानकार है। तबला भी बढ़िया बजाता है।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Sun, 31 May 2020 04:01 PM (IST) Updated:Sun, 31 May 2020 04:01 PM (IST)
एक सप्ताह में सातवीं के छात्र शाश्वत ने बनाया मैसेजिंग एप, आप भी जानें इसकी खासियत
एक सप्ताह में सातवीं के छात्र शाश्वत ने बनाया मैसेजिंग एप, आप भी जानें इसकी खासियत

भागलपुर [दिलीप कुमार शुक्ला]। सेंट टेरेसा स्कूल भागलपुर (St. Teresa School, Bhagalpur) के वर्ग सप्तम के छात्र शाश्वत झा (Shashwat Jha) ने एक मैसेजिंग एप (Messaging App) बनाया है। एसएम मैसेंजर (SM Messenger) नाम से यह एप (App) प्लेस्टोर (Play Store) पर उपलब्ध है। इस एप से ग्रुप मैसेजिंग (Group messaging), सीक्रेट चैटिंग (Secret chatting), कॉलिंग (Voice calling) किया जा सकता है। इसमें डिसप्ले नेम (Display Name), यूजर नेम (User Name), प्रोफाइल पिक्चर (Profile Picture) आदि भी दर्शाया जा सकता है। इस एप को टेलीग्राम (Telegram) के साथ भी लिंक (Link) किया गया है। हालांकि इस एप पर अभी और काम चल रहा हैं। शाश्वत ने बताया कि शीघ्र ही इसे और विकसित किया जाएगा। इसे बनाने में सात दिन लगे। शाश्वत के पिता प्रकाश कुमार झा आकाशवाणी भागलपुर के प्रशासनिक अनुभाग में कार्यरत हैं। जबकि उनकी माता अर्चना झा मध्य विद्यालय भवानीपुर देसरी, जगदीशपुर में शिक्षिका है। इससे पहले भी शाश्वत झा ने मैथिल प्रकाश (Maithil Prakash) ब्लॉगिंग एप (Blogging app) बनाया था,‍ जिसकी काफी चर्चा हुई थी। शाश्वत अभी कलर मी (Color me) गेमिंग एप (Gaming app), ट्रूथ एंड डेयर (Truth and Dare) गेमिंग एप (Gaming app) आदि का निर्माण कर रहे हैं।

पहले भी बनाया था एप

शाश्वत ने बताया कि मैथिल प्रकाश ब्लॉगिंग एप में कहानी और कविता का संग्रह है। उन्होंने कहा कि वे कलर मी एप छोटे बच्चों के लिए बना रहे हैं, जो काफी रोचक होगा। इसके अलावा ट्रूथ एंड डेयर गेम भी शीघ्र उपलब्ध होगा।

मोबाइल चलाते-चलाते मिली प्रेरणा

शाश्वत ने बताया कि मोबाइल का प्रयोग करते हुए उन्हें लगा कि क्यों ना हम मोबाइल पर एप ही बनाएं। इसके बाद वे एप बनाने लगे। काफी प्रयास के बाद उन्हें सफलता मिलनी शुरू हो गई। उन्होंने कहा कि माता-पिता के अलावा सभी स्वजन उन्हें हर प्रकार से आगे बढ़ने में मदद और सहयोग कर रहे हैं। उसकी बहन धृतिका झा (Dhritika Jha) सेंट टेरेसा में वर्ग दशम की छात्रा है। शाश्वत को धृतिका का काफी सहयोग मिलता है। धृतिका को पढ़ाई अलावा पेंटिंग करना पसंद है।

बधाई और शुभकामनाएं

एप निर्माण के लिए सेंट टेरेसा स्कूल की प्राचार्या सिस्टर थेरेस ने शाश्वत को बधाई दी है। इसके अलावा वहां के शिक्षक श्वेताभ, अजिताभ तिवारी, रोहित खेतान, मुुुुरारी, नीता, नीलकमल, कंचन आदि ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस उपलब्धि पर उनके दोस्त रोनित मिश्रा, कुसाग्र आनंद, नीलेश मिश्रा, हेमंत कुमार, संभव कुमार, आर्यन राज, पीयूष आनंंद आदि ने उन्हें शुभकामनाएं दी। इसके अलावा उनके निजी शिक्षक अंजन भट्टाचार्य, अर्चना दूबे, अनुमेह मिश्र ने शाश्वत को साधुवाद दिया। आकाशवाणी भागलपुर के वरीय उद्घोषक डॉ विजय कुमार मिश्र 'विरजू भाई' ने शाश्वत झा को आशीर्वाद दिया। 

बहुमुखी प्रतिभा का धनी है छात्र

शाश्वत को पढ़ाई के अलावा कई अन्य विधाओं में भी उसकी रूचि है। पढ़ाई में तो वे बेहतर है ही। साथ ही साथ तबला वादन में भी उन्हें महारथ हासिल है। वे जुडो-कराटे, योग आदि भी सीखते हैं। अबेकस पद्धति से वे कठिन से कठिन गणित के सवालों को तुरंत हल कर देता है। शाश्वत झा अपने माता-पिता और बहन के साथ रेडियो कॉलोनी, आदमपुर, भागलपुर में रहते हैं। हालांकि उनका पैतृक गांव नरार (पूरब टोला) मधुबनी है।

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