Srijan Scam Bhagalpur Update News: अपर्णा और राज रानी के जरिये घोटाले की छिपी रकम तक पहुंचेगी CBI की टीम

Srijan Scam Bhagalpur Update News सृजन संस्था की खेवनहार मनोरमा के बेहद करीब रहा है अपर्णा का पति दीपक वर्मा। सिल्क सिटी भागलपुर समेत किन-किन राज्यों में घोटाले की रकम निवेश की गई इसकी जानकारी दोनों के पास।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 08:38 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 08:38 PM (IST)
Srijan Scam Bhagalpur Update News: अपर्णा और राज रानी के जरिये घोटाले की छिपी रकम तक पहुंचेगी CBI की टीम
सृजन घोटाला मामले में अपर्णा और राज रानी की हुई गिरफ्तारी।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। सृजन घोटाले की करोड़ों की रकम किन-किन लोगों के जरिये बेशकीमती भूखंडों, फ्लैटों, कोठियों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में लगाई गई, इसकी जानकारी सीबीआइ की टीम अपर्णा और राज रानी से पता कर रही है। सृजन संस्था की खेवनहार रहीं मनोरमा देवी के बेहद करीब रहे अपर्णा के पति दीपक वर्मा के लेन-देन और निवेश की पूरी जानकारी अपर्णा के पास रही है।

सीबीआइ की टीम सिल्क सिटी में बेशकीमती भूखंडों, कृषि योग्य भूमि के अलावा, फ्लैटों, कोठियों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में बड़े निवेश का पता कर रही है। मनोरमा के पुत्र अमित कुमार के साथ मिलकर दीपक वर्मा ने सृजन महिला विकास सहयोग समिति के महत्वपूर्ण पदों पर अपनी पत्नी अपर्णा और भाभी राज रानी को भी पदासीन कराया था। मनोरमा के बेटे अमित ने भी अपनी पत्नी रजनी प्रिया को पदाधिकारियों की उक्त समिति में शामिल कर सृजन की करोड़ों की रकम दूसरे जगहों पर निवेश कराया है। सृजन में खाता खोल अपने चहेतों को भी उपकृत कर उनके खाते के जरिये भी बड़ी रकम की निकासी की गई।

सृजन संस्था की आडिट करने वाली अंकेक्षकों की टीम के समक्ष जब सृजन के उपरोक्त पद धारकों से जुड़ी मुकम्मल जानकारियां मांगी गईं तो संस्था की रजिस्टर में अपर्णा, राज रानी, रजनी प्रिया का कोई स्थायी या अस्थायी पता ही नहीं था। नतीजतन अंकेक्षक ने मामले में अपनी रिपोर्ट दे दी। तब यह भी राज खुला कि अभिषेक वर्मा उर्फ दीपक वर्मा, अमित कुमार समेत अन्य लोगों ने करोड़ों के घोटाले के लिए ही ऐसी दस्तावेजी हेराफेरी करा रखी थी। उसके बाद ही 22 अगस्त 2017 को जिला पदाधिकारी ने मामले में सबौर थाने में केस दर्ज कराने का आदेश दिया था।

उक्त आदेश पर सबौर थाने में 23 अगस्त 2017 को केस दर्ज किया गया था। दर्ज केस में अपर्णा, राज रानी, जसीमा खातून, रजनी प्रिया समेत दस महिलाओं को नामजद आरोपित बनाया गया था। सीबीआइ की टीम ने अब घोटाले की रकम छिपा निवेश उजागर करने के लिए अपर्णा और राज रानी पर सख्ती बढ़ा दी है। दोनों के जरिये जल्द चौंकाने वाला रहस्य उजागर हो सकता है। इसकी संभावना भी है कि जल्द ही उन संपत्तियों को अटैच करने का भी काम आरंभ हो जाएगा। अबतक मिली जानकारी के अनुसार सृजन घोटाले उप निरीक्षक देवेश कुमार इंस्पेक्टर कुलदीप वाल्यान की अलग-अलग टीम अपर्णा, राज रानी और जसीमा खातून की गिरफ्तारी के बाद बुधवार को सीबीआइ की एक्सक्लूसिव मजिस्ट्रेट की अदालत में उन्हें पेश करा दिया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

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