जीरोटीलेज तकनीक से करें गेहूं, दलहन व तेलहन फसलों की बुआई

भागलपुर। कृषि भवन परिसर में आत्मा भागलपुर द्वारा रबी महाभियान अंतर्गत जिलास्तरीय कर्मशाला को जिलाधिकारी ने संबोधित किया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 01:58 AM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 01:58 AM (IST)
जीरोटीलेज तकनीक से करें गेहूं, दलहन व तेलहन फसलों की बुआई
जीरोटीलेज तकनीक से करें गेहूं, दलहन व तेलहन फसलों की बुआई

भागलपुर। कृषि भवन परिसर में आत्मा, भागलपुर द्वारा रबी महाभियान अंतर्गत जिलास्तरीय कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन शनिवार को किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में गेहूं का आच्छादन लक्ष्य 4500, चना 3250, मसूर 4360, मटर 1710 एवं सरसों का आच्छादन लक्ष्य 3140 हेक्टेयर निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष अगस्त में आई बाढ़ के कारण खरीफ फसलों को काफी क्षति हुई हैं। 17 से 20 अक्टूबर तक लगातार चार दिनों तक भारी बारिश होने के कारण धान की खड़ी फसल को भी क्षति हुई है। इसका पंचायतवार सर्वेक्षण कराकर क्षति प्रतिवेदन कृषि निदेशालय को भेजा जा रहा है। बाढ़ समाप्ति के बाद किसानों द्वारा रबी फसलों की खेती शुरू करने की तैयारी चल रही है, लेकिन बारिश से खेत में अधिक नमी होने के कारण समय पर बुआई प्रभावित होने की संभावना है। इसलिए मौसम अनुकूल खेती के लिए जीरोटीलेज मशीन से बुआई का प्रचार-प्रसार करना आवश्यक है, ताकि लाभ किसानों को अधिक से अधिक मिल सके। इसके लिए गेहूं, दलहनी एवं तेलहनी फसलों की बुआई जीरोटीलेज तकनीक से करने के लिए अधिकाधिक प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने सभी कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार को अपने-अपने पंचायत से कम से कम पांच किसानों का बैंक से लिंक कराने का निदेश दिया गया। उन्होंने कहा कि जिले में 2019-20 से 2000 एकड़ में जैविक कोरिडोर योजना का कार्यान्वयन किया जा रहा है। योजना का क्रियान्वयन 24 समूहों के माध्यम से सात प्रखंडों में किया जा रहा है। समूहों को जैविक उत्पादन को बिक्री के लिए जिला अनुमंडल एवं प्रखंड के विभिन्न स्थलों को चिन्हित कर केन्द्र संचालित करने के लिए कार्रवाई की जा रही है। जिले के सभी प्रखंड मुख्यालयों में रबी महाभियान अन्तर्गत 25 अक्टूबर से नौ नवंबर तक रबी कर्मशाला-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही जिले के सभी 242 पंचायतों के चयनित गांव में किसान चौपाल का आयोजन आत्मा द्वारा किया जा रहा है। आत्मा द्वारा किसानों को कृषि में नवीनतम तकनीकी द्वारा क्षमताव‌र्द्धन एवं शिक्षित बेरोजगारों को रोजगार सृजन के लिए उद्यम आधारित किसान प्रशिक्षण, परिभ्रमण, किसान मेला, किसान पाठशाला आदि आयोजन किया जा रहा है। भागलपुर जिले की आत्मा को सर्वश्रेष्ठ आत्मा का पुरस्कार राज्य सरकार द्वारा 2019-20 में प्रदान किया गया है। आत्मा द्वारा गठित किसान हित समूह, महिला खाद्य सुरक्षा समूह, एफपीओ के द्वारा बकरीपालन, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, मत्स्य पालन, जैविक जर्दालु आम एवं कतरनी धान के उत्पादन एवं विपणन के लिए सराहनीय प्रयास किया जा रहा है। इस अवसर पर उप निदेशक (शष्य) पटना प्रमंडल संत लाल साह के द्वारा रबी महाभियान के संबंध में की जा रही तैयारी की विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत जिला कृषि पदाधिकारी कृष्ण कान्त झा के द्वारा किया गया। मंच संचालन आत्मा उप परियोजना निदेशक प्रभात कुमार सिंह के द्वारा किया गया।

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