भारत-नेपाल सीमा पर तस्करी का खेल जारी... 65 बोरी चाइनीज मटर लदे ट्रैक्टर को एसएसबी ने किया जब्त

भारत नेपाल की सीमा पर हर रोज कार्रवाई के बाद भी तस्‍करी का खेल जारी है। सबसे अधिक चाइनिज मटर इस इलाके में पकड़ी जाती है। एसएसबी जवानों ने इस बार 65 बोरी चाइनिज मटर लोडेड एक ट्रैक्‍टर को जब्‍त किया है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 03:51 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 03:51 PM (IST)
भारत-नेपाल सीमा पर तस्करी का खेल जारी... 65 बोरी चाइनीज मटर लदे ट्रैक्टर को एसएसबी ने किया जब्त
भारत नेपाल की सीमा पर हर रोज कार्रवाई के बाद भी तस्‍करी का खेल जारी है।

जागरण संवाददाता, किशनगंज। भारत-नेपाल की खुली सीमा पर तस्कर गिरोह लगातार सक्रिय है। हालांकि सीमा की सुरक्षा में डटे एसएसबी जवानों की सक्रियता से तस्कर व तस्करी के सामान जब्त किए जा रहे हैं। गुरुवार सुबह को लगभग 10 बजे एसएसबी 12 वीं बटालियन के दिघलबैंक कंपनी मुख्यालय के जवानों ने चाइनीज मटर की एक बड़ी खेप जब्त की। 65 बोरी चाइनीज मटर के साथ जब्त ट्रैक्टर समेत वाहन चालक जियाउल हक को कस्टम के हवाले कर दिया गया।

बॉर्डर पिलर संख्या 134/ 1 के समीप भारतीय सीमा क्षेत्र में टप्पू ब्लॉक चौक के आगे चाइनीज मटर लदा ट्रैक्टर को जब्त किया गया। यह जानकारी देते हुए सहायक कमांडेंट दीपक कुमार मीना ने बताया कि ट्रैक्टर से चाइनीज मटर की तस्करी की सूचना मिली थी। बॉर्डर क्षेत्र में जमा कर रखे गए चाइनीज मटर की खेप को भारतीय बाजारों में खपाया जाना था। इसी सूचना के आधार पर नाका पार्टी के जवानों के साथ ट्रैक्टर का पीछा किया और भारतीय सीमा क्षेत्र में करीब पांच किलोमीटर अंदर जाकर दबोच लिया गया। सोनालिका ट्रैक्टर संख्या बीआर 37डी 5322 के टेलर पर लदा हुआ 65 बोरी चाइनीज मटर को जब्त किया गया। प्रत्येक बोरी का वजन 50 किलो है, इस हिसाब से कुल 3250 किलो मटर की खेप के साथ कोढ़ोबाड़ी निवासी चालक जियाउल हक, पिता समयाज हक को स्टम के हवाले कर दिया गया।

नहीं थम रहा तस्करी का खेल

भारत-नेपाल की खुली सीमा पर तस्करी का खेल नहीं थम रहा है, जबकि एसएसबी जवानों की सक्रियता से तस्कर हर रोज पकड़े जा रहे हैं। इसके बाद भी यह खेल जारी है। इस रास्ते से चाइनिज मटर की तस्करी की जाती है। पिछले एक महीने में एसएसबी के जवानों ने कई तस्करों पर कार्रवाई की है। इसके साथ ही कई क्विंटल चाइनिज मटर को जब्त भी किया है। हालांकि अब तस्करों में खौफ दिखने लगा है।

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