स्‍मार्ट सिटी भागलपुर: रिवाइवल इंटरप्राइजेज को मिला स्मार्ट सिटी के ई टॉयलेट का काम

स्‍मार्ट सिटी भागलपुर ई टॉयलेट के निविदा का वित्तीय बीड खोला गया। इसकी निविदा की तकनीकी बीड में रिवाइवल इंटरप्राइजेज और रीताश्री इंटरप्राइजेज सफल हुई। रिवाइवल इंटरप्राइजेज को निविदा दिया गया है। इसमें स्मार्ट सिटी लिमिटेड 2.6 करोड़ रुपए खर्च करेगी।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 11:27 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 11:27 AM (IST)
स्‍मार्ट सिटी भागलपुर: रिवाइवल इंटरप्राइजेज को मिला स्मार्ट सिटी के ई टॉयलेट का काम
भागलपुर में रिवाइवल इंटरप्राइजेज को मिला ई टॉयलेट का काम

जागरण संवाददाता, भागलपुर। नगर निगम में स्थित स्मार्ट सिटी के कार्यालय में शनिवार को ई टॉयलेट के निविदा का वित्तीय बीड खोला गया। शौचालय निर्माण के लिए निविदा की तकनीकी बीड में दो बड़ी कंपनियां रिवाइवल इंटरप्राइजेज और रीताश्री इंटरप्राइजेज सफल हुई थी। नगर आयुक्त प्रफुल्ल चंद यादव और सीजीएम संजीव कुमार आदि के समक्ष न्यूनतम दर के आधार पर दोनों कंपनियों में से एक रिवाइवल इंटरप्राइजेज को निविदा दी है। नगर आयुक्त ने कहा कि एक सप्ताह में तकनीकी जांच प्रक्रिया पूरी करने के बाद कंपनी को वर्क आर्डर आदि आदेश दिया जाएगा। इसके बाद कंपनियां ई टॉयलेट के निर्माण का कार्य शुरू कर देगा। भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड 2.6 करोड़ रुपए खर्च करेगी। इसके लिए शहर में 25 शौचालय का भी निर्माण किया जाएगा। कंपनी को शौचालय निर्माण के बाद पांच साल तक रखरखाव करने की भी जिम्मेदारी दी जाएगी।

ओडिएफ घोषित पांच पंचायतों के दलित महादलित अब भी खुले में जा रहे शौच

सरकार के स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत खुले में शौच मुक्त को लेकर बाथ थाना क्षेत्र के पांच पंचायतों में कुल आठ सामुदायिक शौचालय निर्माण किया गया है। जिसमें कि सिर्फ एक शौचालय में नल-जल योजना का कनेक्शन किया गया है। बाकी शौचालयों से चापाकल गायब है। हाल यह है कि अन्य सात शौचालयों में पानी की व्यवस्था नही रहने की वजह से अब भी खुले में शौच जाने को लोग विवस हैं। जबकि इस अभियान के तहत भूमिहीन दलित व महादलित परिवारों को सरकारी जमीन पर सरकारी जमीन पर सामुदायिक शौचालय उपलब्ध कराने के लिए अफसरों एवं उससे जुड़े कर्मीयों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। लेकिन अफसरों व कर्मीयों की ऊदासीनता के कारण जरुरतमंदों को इस योजना का लाभ अब-तक नही मिल पा रहा है।

धांधी-बेलारी पंचायत में दो सामुदायिक शौचालय है। जिसका की निर्माण कार्य पूर्ण हैं।वहां के वार्ड संख्या चार में झोझी मुशर्रफ स्थित सुल्तानगंज-देवघर मुख्य मार्ग पर सड़क किनारे सामुदायिक शौचालय निर्माण किया गया है। 500 लीटर की पानी टंकी भी लगाया गया है। लेकिन चापाकल का हेड ही गायब है। वहां नल-जल योजना के पानी का कनेक्शन किया गया है। वहां साफ-सफाई की व्यवस्था नही रहने के वजह से गंदगी भरी हुई है। फंटूस मांझी, मोहन मांझी आदि कहते हैं कि गंदगी की वजह से महिलाएं व पुरुष अब भी बाहर खुले में शौच जाते है। वार्ड संख्या एक धांधी गांव रविदास टोला में ग्रामीण सड़क किनारे सामुदायिक शौचालय निर्माण किया गया है। वहां जमीन के उपर पाइप निकला दिखाई पड़ता है लेकिन चापाकल गायब है। रामखेलावन रविदास, रतन दास, अरुण दास अनिल दास आदि कहते हैं कि शौचालय में पानी की व्यवस्था नही रहने के वजह से अधिकांश टोलेवासी शौच के लिए बहियार जाते हैं।

कुमैठा पंचायत वार्ड संख्या 12 में एक सामुदायिक शौचालय तांती टोला श्यामपुर में हैं। वहां भी शौचालय निर्माण कर पानी की टंकी लगी हुई है। लेकिन टोलेवासी कहते हैं कि शौचालय निर्माण हुए कई महीने बीत गए। एक दिन कुछ लोग आए टंकी में पानी भरकर फोटोग्राफी की और चले गए। इधर शौचालय में पानी की व्यवस्था नही होने की वजह से लोग बाहर ही शौच जाते हैं।

नयागांव पंचायत के वार्ड संख्या छह हलकराचक गांव स्थित पंचायत सरकार भवन के पीछे सामुदायिक शौचालय निर्माण किया गया है। वहां अब तक न चापाकल है न ही पानी टंकी ही लगाया गया है। महादलित टोले के जलधर मांझी, शंभू मांझी, सिकेन्दर मांझी आदि कहते हैं कि सामुदायिक शौचालय हमारे टोला में बनाने बजाय मनमाने तरीके से 600 मीटर दूर बना दिया है।

खानपुर पंचायत में दो सामुदायिक शौचालय बनाया गया है। जिसमें पहले वार्ड संख्या 12 खानपुर मांझीटोला में बनाया गया है। वहां पानी टंकी और चापाकल भी लगाया गया है। वहीं टोला वासी सावित्री देवी, रानी देवी, वंदना देवी, पुनरमा देवी कहती हैं कि छह महीना पहले शौचालय निर्माण हुआ चापाकल में मोटर भी लगाया गया। लेकिन दस दिन भी पानी नही चला मोटर जल गया। चापाकल भी फेल है आज तक मोटर ठीक नही किया है। पानी नही रहने के वजह से हमलोग बाहर ही शौच के लिए जाते है।

वार्ड संख्या 13 आभा रतनपुर वहां सामुदायिक शौचालय निर्माण है। पानी टंकी भी लगाया गया है। लेकिन चापाकल हैनडील ही गायब है। दलित टोला वासी रेखा देवी, सुलेखा देवी, ललिता देवी आदि कहती हैं कि हमलोगों के टोले से 500 मीटर दूर शौचालय बनाया गया है। वहां पानी की भी व्यवस्था नही है। इसलिए वहां कोई नही जाता है।

करहरिया पंचायत में दो सामुदायिक शौचालय है। पहला वार्ड संख्या चार देशावर गांव में वहां सामुदायिक शौचालय निर्माण हो गया है।

पानी टंकी भी लगाया गया है। वहां के मुकेश यादव, शंकर मंडल, दिलीप मंडल आदि ने चापाकल बोरिंग का पाइप दिखाते हुए बोले चार-पांच महीने बीत गए चापाकल खोलकर रख दिया है। पानी की व्यवस्था नही है।जिस वजह से एक भी लोग वहां शौच के लिए नही जाते हैं। दूसरा सामुदायिक शौचालय पंचायत के मनरेगा भवन के पीछे बनाया गया है। टंकी लगाया है। लेकिन चापाकल नही है। वहां मौजूद संजय कुमार सिंह, गुडेश्वर प्रसाद सिंह, नरेश मंडल, राजीव कुमार, जितेन्द्र कुमार आदि बोले यहां सामुदायिक शौचालय शोभा की वस्तु बनी हुई है।हमारे यहां दो टोले में महादलित टोला है। लेकिन शौचालय से दोनों टोले की दूरी एक किलोमीटर है।

इधर सुल्तानगंज ब्लॉक कोडिनेटर अमिता सिन्हा ने बताया कि विभाग से बिजली व बोरिंग करने की कोई दिशा निर्देश नही है। सामुदायिक शौचालय के समीप चापाकल कराया जाता है। सामुदायिक शौचालय तीन लाख रुपये की योजना है। जिसमें दो लाख 10 हजार विभाग से और 90 हजार पंचायत की ही राशी होती है। नयागांव पंचायत के हलकराचक और खानपुर पंचायत के आभा रतनपुर सामुदायिक शौचालय अभी पंचायत के निगरानी समिति को हैंडओवर नही किया गया है। बांका की सभी शौचालय उक्त पंचायत के निगरानी समिति को हैंडओवर कर दिया गया। हैंडओवर के उपरांत सामुदायिक शौचालय की रखरखाव की जिम्मेदारी निगरानी सदस्य के जिम्में हैं।

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