स्‍मार्ट सिटी भागलपुर: शहरी क्षेत्रों के थाने बनेंगे स्मार्ट, डीएम से मांगा प्रस्ताव, स्मार्ट सड़क भी, शीघ्र मिलेगा वर्क आर्डर

स्‍मार्ट सिटी भागलपुर स्मार्ट सड़क व ट्रिपल सी के अधूरे भवन का छठ पर्व बाद शुरू होगा कार्य सोमवार को मिलेगा वर्क आर्डर। बोर्ड ने 21.93 करोड़ की लागत से आटोमेटेड मल्टीलेवल कार पार्किंग की निविदा हुई रद।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 11:56 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 11:56 AM (IST)
स्‍मार्ट सिटी भागलपुर: शहरी क्षेत्रों के थाने बनेंगे स्मार्ट, डीएम से मांगा प्रस्ताव, स्मार्ट सड़क भी, शीघ्र मिलेगा वर्क आर्डर
भागलपुर में स्‍मार्ट सिटी योजना के तहत कार्य होगा।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। शहर में स्मार्ट सिटी योजना से थानों को भी स्मार्ट बनाया जाएगा। शहरी क्षेत्र के अधिकांश थाना में मूलभूत सुविधा का अभाव है। लेकिन अब थानों का कायाकल्प होगा। शनिवार को भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड (बीएससीएल) की 25वीं बोर्ड आफ़ डायरेक्टर्स की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग माध्यम से संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता बोर्ड आफ डायरेक्टर्स के अध्यक्ष सह नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनन्द किशोर ने की। उन्होंने डीएम सुब्रत कुमार से कहा कि ऐसे थानों की सूची तैयार करें। जिसके भवन जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है। वैसे भवनों का जीर्णोद्धार और रंग-रोगन का कार्य कराएं। इसकी कार्ययोजना अगली बैठक में मांगी गई है।

वहीं ई-टॉयलेट की परियोजना को 2.6 करोड़ रुपये की लागत से होना है। इसके लिए पांच वर्ष तक संवेदक को देखरेख करना है। लेकिन मेंटनेंस में लागत मूल्य अधिक हैं। इसके लिए बातचीत कर निदेशक मंडल की अगली बैठक चर्चा करने का निर्देश दिया गया।

स्मार्ट सड़क व ट्रिपल सी भवन का रास्ता साफ

शहर में स्मार्ट रोड नेटवर्क योजना पर कार्य कराने की भागलपुर स्मार्ट सिटी बोर्ड लिमिटेड ने अनुमति दे दी है। स्मार्ट सड़क की योजना 183 करोड़ रुपये की है। इस परियोजना में एरिया बेस्ड डेवलपमेंट इलाके की 34 अलग अलग सड़कों का चयन किया गया है। साथ ही अलग अलग चौराहों का विकास भी परियोजना में शामिल है। वित्तीय निविदा में न्यूनतम दर के आधार पर संवेदक वेलजी रत्ना सोराठिया इन्फ्रा लिमिटेड का चयन दिया गया है। सोमवार को संवेदक को कार्यादेश मिल जाएगा। छठ के बाद स्मार्ट सड़क का कार्य शुरू होगा।

ट्रिपल सी के अधूरे भवन निर्माण का रास्ता साफ

पुलिस लाइन परिसर में पांच मंजिला ट्रिपल सी भवन निर्माण की बाधा दूर हो गई है। इस योजना से वर्तमान में प्रथम तल तैयार है। निविदा रद करने के बाद तकनीकी पेंच में योजना उलझ गई। लेकिन बोर्ड ने भवन निर्माण कार्य शुरू करने का निर्देश दिया है। शेष निर्माण कार्य के लिए वित्तीय निविदा में संवेदक एचपी राजगुरु को सोमवार तक कार्यादेश देने पर निदेशक मंडल ने अपनी सहमति दी। इस परियोजना के पूर्ण होने के उपरांत ही ट्रिपल सी साफ्टवेयर का कार्य शुरू होगा। जिससे ई-गवर्नेस, ट्रैफिक लाइट कंट्रोल, सीसी कैमरा आदि का कार्य हो सकेंगा।

मल्टीलेवल पार्किंग की निविदा रद

शहर में जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए पार्किंग की व्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। शहरी क्षेत्र में चारपहिया वाहनों से अधिक दो पहिया वाहनों की है। दो पहिया वाहनों की पार्किंग के लिए कारगर कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही बोर्ड ने 21.93 करोड़ की लागत से आटोमेटेड मल्टीलेवल कार पार्किंग की निविदा को तत्काल प्रभाव से रद कर दिया गया है। अब नए सिरे से कार के साथ दो पहिया वाहनों के लिए मल्टीलेवल पार्किंग की सुविधा मिलेगी। इसके लिए गाडिय़ों की क्षमता के आधार पर निविदा 15 दिनों में जारी किया जाएगा।

बैठक में यह थे मौजूद

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मेयर सीमा साहा, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार में अंडर सेक्रेटरी और बीएससीएल के मनोनीत निदेशक संजीत कुमार भगत, डीएम सुब्रत कुमार सेन, नगर आयुक्त प्रफुल्ल चन्द्र यादव, बीएससीएल के मुख्य महाप्रबंधक संदीप कुमार, मुख्य वित्त पदाधिकारी सुशील कुमार, टी आर प्रशांत व मुकुल कुमार सिंह समेत अन्य शामिल हुए।

छोटी-छोटी बातों की मिली शिकायत तो नहीं शामिल होंगे बैठक में

मेयर सीमा साहा ने बैठक में निगम प्रशासन की नाकामी पर बेबाक बोलीं। मेयर की शिकायत सुनते ही प्रधान सचिव ने नगर आयुक्त को सामने बुलाया और फटकार भी लगाई। उन्होंने कहा, छोटी-छेाटी बातें सुनने को मिला तो बैठक नहीं करेंगे। अगली बार शिकायत सुनने का मौका नहीं हो। इसके डीएम को भी समय-समय पर समीक्षा करने को कहा है। दरअसल मेयर ने बताया कि दुर्गा पूजा में सफाई कार्य के निरीक्षण में नगर आयुक्त ने नहीं पूछा। जबकि मोहल्ले में गंदगी पसरी रही। जिसका उठाव नहीं हुआ। ऐसे में दीपावली व छठ में बेहतर सफाई नहीं हो सकती। 20 अक्टूबर को सफाई कार्य का निरीक्षण होगा। मेयर ने बताया कि उद्घाटन व शिलान्यास नहीं कराने की शिकायत दर्ज की। स्मार्ट सिटी की बैठक का अनुपालन रिपोर्ट देने पर पंकज कुमार से जवाब-तलब किया गया। वहीं दो वर्ष से पार्षद, मेयर व डिप्टी मेयर का भत्ता नहीं मिला है। निगम की ओर से प्रस्ताव नहीं भेजने से ऐसी समस्या हुई है।

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