श्यामा प्रसाद मुखर्जी: बलिदान दिवस पर भाजपा ने उन्‍हें किया याद, बोले- जम्‍मू कश्‍मीर भागलपुर का अभिन्‍न अंग

भाजपा कार्यकर्ताओं ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि बलिदान दिवस के रूप में मनाया। इस अवसर पर बांका में एक गोष्‍ठी आयोजित की गई। जबकि मुंगेर में उनकी स्‍मृति में पौधारोपण किया गया। इस दौरान वक्‍ताओं ने श्‍यामा प्रसाद मुखर्जी के बारे में कई पहलुओं जानकारी दी।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 09:57 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 09:57 AM (IST)
श्यामा प्रसाद मुखर्जी: बलिदान दिवस पर भाजपा ने उन्‍हें किया याद, बोले- जम्‍मू कश्‍मीर भागलपुर का अभिन्‍न अंग
मुंगेर के जमालपुर में श्‍याम प्रसाद मुखर्जी की पुण्‍यतिथि पर पौधारोपण किया गया।

जागरण टीम, बांका/मुंगेर। भाजपा कार्यालय में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि बलिदान दिवस के रूप में मनाई गई। इसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष विकास कुमार सिंह ने की। विधायक रामनारायण मंडल मुख्य अतिथि के तौर पर इसमें शामिल हुए। पूर्व मंत्री ने कहा कि आजादी के बाद जम्मू कश्मीर जाने के लिए देश के लोगों को ही परमिट लेने की आवश्यकता होती थी। जिसका विरोध श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने किया था। जिसमें उन्हें बंदी भी बनाया गया। उन्हें अपनी जान भी गंवानी पड़ी। मगर भाजपा के लोग सब दिन नारा लगाते रहे कि-जहां हुए बलिदान मुखर्जी वह काश्मीर है। आज पूर्ण बहुमत से सत्ता में आने के बाद भाजपा ने काश्मीर से धारा 370 हटा कर इसे देश का हिस्सा बनाया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में भाजपा नेताओं ने काश्मीर के लिए बलिदान देने वाले मुखर्जी को पुष्प अर्पित किया।

इस मौके पर जिलाध्यक्ष विकास सिंह ने कहा कि बलिदान दिवस को लेकर छह जुलाई तक जिला के सभी बूथ पर वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष केदार सिंह, अजय कुमार दास, महेश गुप्ता, राघवेंद्र झा, सुनील चटर्जी, पंकज घोष, उज्जवल सिन्हा आदि मौजूद थे। इसके पूर्व इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरएमके स्कूल परिसर में पूर्व मंत्री के साथ पौधारोपण भी किया।

पुण्यतिथि किया गया पौधरोपण

भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पुण्यतिथि पर मुंगेर के जमालपुर प्रखंड अध्यक्ष किस्टु सिंह के नेतृत्व में पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर निशुतोष कुमार यादव ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने 1939 से राजनीति में भाग लिया और आजीवन इसी में लगे रहे। उन्होंने कांग्रेस व गांधीजी के तुष्टीकरण नीति का खुलकर विरोध किया। प्रखंड अध्यक्ष किस्टु सिंह ने कहा कि उन्हें एक ही देश में दो झंडे और दो निशान स्वीकार नहीं था। सैनिक प्रकोष्ठ के पूर्व जिला सहसंयोजक अभिषेक कुमार सिंह ने कहा कि बंगाल ने कितने ही क्रांतिकारियों को जन्म दिया है। उनमें से एक महान क्रांतिकारी डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी थे। इस अवसर पर नगर अध्यक्ष प्रभाकर सिन्हा, रूपेश कुमार सिंह, राजन सिंह, दिलीप मंडल, संजीव चौधरी, युवराज सिंह, हर्षराज, हिमांशु सिंह, अंकित कुमार, प्रिंस कुमार आदि मौजूद थे।

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