जमुई के नक्सली सुरंग पर झारखंड में चलेगा देशद्रोह का मुकदमा, हत्‍या सहित कई आरोप हैं

बिहार के नक्‍सली सुरंग पर झारखंड में देशद्रोह का मुकदमा चलेगा। जमुई में सरेंडर करने वाला हार्डकोर नक्सली है सुरंग यादव। झारखंड-बिहार सीमावर्ती इलाकों में सुरंग काफी सक्रिय है। कई आरोप नक्‍सली सुरंग पर लगे हैं। नक्‍सल गतिविधि को सुरंग ने बढ़ाने में काफी मदद की थी।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 09:08 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 09:08 AM (IST)
जमुई के नक्सली सुरंग पर झारखंड में चलेगा देशद्रोह का मुकदमा, हत्‍या सहित कई आरोप हैं
बिहार जमुई के सुरंग पर होगी झारखंड में कार्रवाई।

संवाद सूत्र, चंद्रमंडी (जमुई)। बिहार के जमुई में सरेंडर करने वाला हार्डकोर नक्सली सह झारखंड-बिहार सीमावर्ती इलाकों का आतंक रहे सुरंग यादव पर देशद्रोह का शिकंजा कसेगा। गिरिडीह की अदालत में उसके खिलाफ राष्ट्रदोह का मुकदमा चलाने की तैयारी की जा रही है। सुरंग पर यह कार्रवाई गिरिडीह जिले के भेलवाघाटी में एक ढिबरा कारोबारी की गला रेतकर हत्या करने के मामले में की जा रही है। भाजपा विधायक दल के नेता सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के पुत्र समेत सिर्फ गिरिडीह जिले में तीन दर्जन से अधिक लोगों की हत्या करने का उस पर आरोप है। गिरिडीह के डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने भेलवाघाटी की नक्सली घटना से संबंधित दस्तावेज का अवलोकन कर राज्य सरकार से अभियोजन चलाने के लिए मंजूरी देने की मांग की है। राज्य सरकार के मंजूरी के बिना किसी व्यक्ति पर देशद्रोह का केस नहीं चलाया जा सकता है।फिलहाल शेखपुरा जेल में बंद सुरंग यादव गिरफ्तारी से पूर्व बिहार-झारखंड सीमा पर नक्सल गतिविधि में सक्रिय था। इस इलाके में सुरंग का राज था। नक्सल गतिविधियों के बढ़ाने के साथ माइका, ढिबरा उत्खनन के साथ विकास कार्यों से लेवी लेता था। सरेंडर करने के बाद उसे जमुई जेल भेजा गया था। वहीं अब उसे शेखपुरा जेल में रखा गया है। गिरिडीह जिले में हुए दर्जनों नक्सली घटनाओं में उसे शामिल बताया गया है। गिरिडीह पुलिस अब तक तीन से चार मामलों में वीडियो कांफ्रेंसिग से प्रोडक्शन करा सकी है।

ढिबरा खरीदने गए दासो की नक्सलियों ने की थी हत्या

इस कांड के सूचक उदय साव ने प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कहा था कि 17 अक्टूबर 2008 को उसका साला दासो साव ढिबरा (माइका) खरीदने देवरी प्रखंड क्षेत्र के तेतरिया मोड़ गया था। वह भी रामचंद्र ठाकुर के साथ वहीं गया हुआ था। सुबह करीब पांच बजे ढिबरा खरीदने में पंचायती की बात कह कर कुछ लोग जमा थे। अचानक तीस के करीब नक्सली हथियार से लेश होकर पहुंचे। नक्सली दस्ते का नेतृत्व रमेश मंडल कर रहा था। नक्सलियों को देख सभी भागने लगे। वह भी भाग कर कुछ दूर चला गया और दुकान की आड़ से अपने साला को देखने लगा। मोटरसाइकिल से दासो साव गिर गया। उसे नक्सलियों ने उठाकर किनारे ले जाकर गला रेत कर हत्या कर दी। नक्सलियों ने भाकपा माओवादी जिदाबाद के नारे लगाए। घटना स्थल पर एक पर्चा छोड़ा था। जिसमें लिखा गया था कि ग्राम रक्षा दल का नेतृत्व करने वाले दासो साव को मौत की सजा दो।

डीसी ने भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के तीन अलग मामलों में दी मंजूरी

भेलवाघाटी थाना क्षेत्र में हुए तीन बड़े नक्सल घटना में शामिल तीन हार्डकोर नक्सलियों के खिलाफ विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत केस चलेगा। जिन नक्सलियों के खिलाफ विस्फोटक पदार्थ अधिनियम का केस चलेगा उनमें सुरंग यादव, राजू यादव उर्फ बसीर दा और शमसुद्दीन अंसारी शामिल हैं। डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने तीनों के खिलाफ अभियोजन मंजूरी दी है। डीसी के स्वीकृति के बिना विस्फोटक अधिनियम का केस न्यायालय में नहीं चलाया जा सकता है। सुरंग यादव पर आरोप बताया गया है कि 26 नवंबर 2013 को पुलिस को सूचना मिली थी कि नक्सली कोई बड़ी घटना के लिए क्षेत्र में है। सर्च ऑपरेशन में महेश किशोर गांव के आगे जंगल के पास पहुंचने पर नक्सली भागने लगे। इस दौरान परवेज दा, चिराग दा, सुरंग, सिधु, राजू कह कर संबोधित कर रहे थे। वहीं जंगल में 40 किलो का आइडी और जुट के बोरा में भरा उतने ही विस्फोटक बरामद किया गया था। नक्सलियों ने किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए इस विस्फोटक को लाया था। वहीं राजू यादव उर्फ बसीर और शमसुद्दीन मामले में विस्फोटक बरामद किया गया था। नक्सली बसीर दा पर एक दूसरे मामले में डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने आ‌र्म्स एक्ट में भी अभियोजन मंजूरी दी है।

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