शिक्षकों की कमी से जूझ रहा माध्यमिक विद्यालय, बारिश के मौसम में हर साल इन स्कूलों में लग जाते हैं ताले

कोसी की बदहाल शैक्षणिक हालत में सुधार को लेकर प्रयास किया जा रहा है। लेकिन बरसात के दिनों में भंगहा व शब्दा पंचायत के सरकारी स्कूलों में ताले लग जाते हैं। जलजमाव से यह स्थिति आती है। विद्यालय में शिक्षकों की घोर कमी है।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 09:20 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 09:20 PM (IST)
शिक्षकों की कमी से जूझ रहा माध्यमिक विद्यालय, बारिश के मौसम में हर साल इन स्कूलों में लग जाते हैं ताले
बरसात के दिनों में भंगहा व शब्दा पंचायत के सरकारी स्कूलों में ताले लग जाते हैं।

कटिहार [तौफीक आलम]। विभागीय उदासीनता के कारण प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक और संसाधन की कमी है। यह इलाका शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा हुआ है। बदहाल शैक्षणिक हालत में सुधार को लेकर प्रयास किया जा रहा है, लेकिन स्कूल में संसाधन और शिक्षकों की कमी से पठन-पाठन पर प्रतिकूल असर हो रहा है।

बरसात के दिनों में भंगहा व शब्दा पंचायत के सरकारी स्कूलों में ताले लग जाते हैं। जलजमाव से यह स्थिति आती है। विद्यालय में शिक्षकों की घोर कमी है। वर्ग कक्ष के अभाव में एक कक्ष में ही दो वर्ग का संचालन किया जाता है। उत्क्रमित मध्य विद्यालय पोठिया की स्थापना 1955 में की गई थी। इस विद्यालय में वर्ग एक से 10 वीं तक की कक्षा में कुल 1150 छात्र-छात्राएं नामांकित है। विद्यालय में नामांकित छात्रों के अनुपात में 29 शिक्षक की जरूरत है। विद्यालय में महज 13 शिक्षक ही पदस्थापित हैं। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक विनोद कुमार ने बताया वर्ष 2014 से विद्यालय में नवम और दशम वर्ग में छात्र-छात्रा का नामंकन हो रहा है। माध्यमिक स्तर के लिए एक भी शिक्षक की प्रतिनियुक्ति नहीं की गई है। माध्यमिक कक्षा में नामांकित बच्चे बिना शिक्षक ही अपनी पढ़ाई और मैट्रिक परीक्षा की की तैयारी कर रहे हैं। इस वर्ष भी वर्ग नवम में 102 और दशम वर्ग में 88 विद्यार्थियों का नामांकन हुआ है। स्थानीय मुखिया अखिलेश यादव,समिति सदस्य प्रदीप प्रभा,ग्रामीण दिलीप गुप्ता, गौरव भगत, निखिल कुमार आदि ने बताया कि यह इलाका काफी पिछड़ा हुआ है। ,इस स्कूल में आस-पास के गांव के बच्चे भी पढऩे आते हैं। विभागीय अधिकारियों का ध्यान कई बार आकृष्ट कराए जाने के बाद भी विद्यालय की बदहाली दूर करने को लेकर कोई पहल नहीं की गई है।

प्रखंड में सरकारी विद्यालयों की संख्या है सौ

फलका प्रखंड में सरकारी विद्यालय की संख्या 100 है। इसमें दो मदरसा, 51 प्राथमिक विद्यालय, 35 मध्य विद्यालय तथा 12 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय है। सरकारी विद्यालय में कुल 24252 बच्चे नामंकित है। नियोजित व नियमित कुल 494 शिक्षक पदस्थपित हैं। 30 बच्चों पर एक शिक्षक के अनुपात में अब भी 348 शिक्षक कम है। कुल नामंकित बच्चों के अनुपात में 842 शिक्षकों की आवश्यकता है।

प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामदहीन प्रसाद ने इस संबंध में बताया कि वर्तमान समय में शिक्षा क्षेत्र में काफी सुधार हुआ है। भवनहीन विद्यालयों में भवन का निर्माण कराया गया है। कई विद्यालयों में संसाधनों का अब भी अभाव है। शीघ्र ही कमी को पूरा किया जाएगा। शिक्षकों की कमी को लेकर वरीय अधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया गया है।

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