स्‍कूल भवन निर्माणाधीन, फर्श पर बैठकर छात्र करते हैं पढ़ाई, जानिए और समस्‍याएं

2014 में उत्क्रमित उच्च विद्यालय बौराहा की स्थापना हुई थी। यहां करीब दो सौ छात्र नामांकित हैं। इन छात्रों के भविष्‍य को संवारने के लिए जरूरत के हिसाब से शिक्षकों की व्‍यवस्‍था नहीं है। भवन भी निर्माणाधीन है। ऐसे में यहां अध्‍ययनरत छात्रों का भविष्‍य अधर में है।

By Amrendra kumar TiwariEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 02:22 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 02:22 PM (IST)
स्‍कूल भवन निर्माणाधीन, फर्श पर बैठकर छात्र करते हैं पढ़ाई, जानिए और समस्‍याएं
175 छात्रों का है इस विद्यालय में नामांकन, तीन शिक्षक पदस्थापित

जागरण संवाददाता, सुपौल । शिक्षा के विकास के लिए दावे तो बड़े-बड़े किए जाते हैं लेकिन हकीकत में धरातल पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था की धुंधली तस्वीर ही दिखती है। राघोपुर प्रखंड के बौराहा पंचायत स्थित 2014 में स्थापित उत्क्रमित उच्च विद्यालय मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रहा है। स्कूल का भवन निर्माणाधीन है। ऐसे में मध्य विद्यालय के कमरे में जमीन पर तिरपाल बिछाकर हाईस्कूल के विद्यार्थियों का पठन-पाठन हो रहा है। यहां तीन शिक्षकों के ऊपर नामांकित छात्रों के पठन-पाठन की जिम्मेदारी है। ऑपरेशन ब्लैक बोर्ड अभियान के तहत शनिवार को जब जागरण ने उत्क्रमित हाईस्कूल बौराहा की पड़ताल की तो विद्यालय में 18 छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। विद्यालय प्रशासन की तरफ से वितरित मास्क सभी के चेहरे पर लगे हुए थे लेकिन इस भयंकर ठंड में भी बच्चे डेस्क-बेंच के अभाव में फर्श पर बैठकर अध्ययनरत थे।

75 विद्यार्थी इस बार देंगे बोर्ड की परीक्षा

इस बार यहां से 10वीं बोर्ड के लिए 75 विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। विद्यालय में नौवीं कक्षा में 80 छात्रों का नामांकन है। उपलब्‍ध संसाधनों के आधार पर शैक्षणिक कार्य हो रहा है। इसी में यहां के बच्‍चे अपना भविष्‍य संवार रहे हैं।

क्या कहते हैं विद्यालय प्रधान

विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक कामेश्वर पासवान ने बताया कि 04 जनवरी से विद्यालय में पढ़ाई शुरू हो गई है। विद्यार्थियों की संख्या भी धीरे-धीरे बढ़ रही है। विभाग की तरफ से अभी 75 मास्क उपलब्ध कराए गए थे जिन्हें विद्यार्थियों के बीच वितरण किया जा रहा है। बताया कि विद्यालय में सिर्फ तीन शिक्षक कार्यरत हैं। पठन-पाठन फर्श पर बैठाकर करवाना मजबूरी है। विभाग को इस समस्या को लेकर कई बार अवगत भी करवा चुके हैं, लेकिन समस्या का समाधान अभी तक नहीं हो पाया है।

सुविधा बहाल करने की मांग

मुखिया वैदेही देवी, अजीत दास सहित अन्य अभिभावकों ने विभागीय अधिकारियों से शिक्षकों की कमी दूर करने, भवन का निर्माण शीघ्र पूरा करने सहित बेंच-डेस्क उपलब्ध कराने की मांग की है। जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षकों की कमी से पढ़ाई प्रभावित हो रही है।  

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