Saharsa: पंचायतों में संचालित स्वास्थ्य उपकेंद्रों की बदलेगी सूरत, भवनविहीन स्वास्थ्य केन्द्र को होगा अपना भवन
सहरसा में सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों की सूरत जल्द बदल जाएगी। सभी भवनविहीन स्वास्थ्य केंद्रों को अपना भवन होगा। साथ ही प्राथमिक चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने हेतु सभी स्वास्थ्य उपकेंद्र में एक-एक एएनएम की पदस्थापन भी की गई है।
संसू, सत्तरकटैया ( सहरसा )। पंचायतों में संचालित स्वास्थ्य उपकेंद्रों की सूरत बदलेगी। इसके लिए विभागीय स्तर पर कार्रवाई शुरु कर दी गयी है। वर्षों से जर्जर स्वास्थ्य उपकेंद्र भवन की मरम्मत एवं भवनविहीन स्वास्थ्य उपकेंद्र को अपना भवन हो इसके लिए विभागीय मंथन शुरू हो गया है।
स्वास्थ्य प्रबंधक राजकुमार सिंह ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पंचगछिया अंतर्गत कुल 14 स्वास्थ्य उपकेंद्र प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में संचालित है। इन स्वास्थ्य उपकेंद्रों में पंचायत वासियों को प्राथमिक चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने हेतु सभी स्वास्थ्य उपकेंद्र में एक-एक एएनएम की पदस्थापन की गई है। ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर महीने में एक-दो बार बच्चों के टीकाकरण के दौरान ही एएनएम का दर्शन हो पाता है। अन्य दिनों केंद्र में ताले बंद रहते हैं।
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तीन भवन हैं जर्जर एवं चार स्वास्थ्य उपकेंद्र हैं भवन विहीन
बरहशेर , अगवानपुर एवं नरैय गांव में संचालित स्वास्थ्य उपकेंद्र का भवन जहां वर्षों से जर्जर हो खंडहर में तब्दील हो चुका है। वहीं बारा , हकपाड़ा , नंदलाली एवं मकुना गांव में संचालित स्वास्थ्य उपकेंद्र भवन विहीन है। परिणाम स्वरूप निजी दरवाजे एवं सरकारी चबूतरा पर संचालित है।
पीएचसी पंचगछिया के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा सीएस को पत्र प्रेषित कर पंचायतों में संचालित जर्जर हो चुके स्वास्थ्य उपकेंद्र भवन की मरम्मत एवं भवनविहीन स्वास्थ्य उपकेंद्र के भवन निर्माण हेतु आग्रह किया गया है।
विभागीय निर्देशानुसार जर्जर भवन एवं भवन विहीन स्वास्थ्य उपकेंद्र का स्थलीय जांच प्रतिवेदन जिला मुख्यालय को भेजी गई है।
डॉ. रमेश कुमार ङ्क्षसह , प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी , पीएचसी पंचगछिया।
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