Saharsa : बीत गया पखवाड़ा, शुरू नहीं हुई धान की खरीद

सहरसा के किसान लगातार आर्थिक मार झेल रहे हैं। लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पैक्सों के माध्यम से धान की खरीद अब तक शुरू नहीं हो सकी है। इससे किसान औने-पौने दाम पर धान बेचने को मजबूर हैं।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sat, 05 Dec 2020 11:40 AM (IST) Updated:Sat, 05 Dec 2020 11:40 AM (IST)
Saharsa : बीत गया पखवाड़ा, शुरू नहीं हुई धान की खरीद
सहरसा में पैक्सों के माध्यम से धान की खरीद अब तक शुरू नहीं हो सकी है।

सहरसा, जेएनएन। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के लिए 23 नवंबर से धान क्रय का निर्णय लिया, परंतु लगभग एक पखवाड़ा बीत जाने के बाद भी जिले में एक भी क्रय केंद्र नहीं खुल पाया है। गेहूं और मक्का की खेती के लिए खाद- बीज खरीदने और महाजनों के कर्ज से मुक्त होने के लिए किसान अबतक क्रय केंद्रों का इंतजार कर रहे हैं। देर होने से उनकी परेशानी बढ़ती जा रही है। जरूरत के मारे किसान बाजार में बिचौलिया और जमाखोरों के हाथ धान बेचने के लिए मजबूर हो रहे हैं। उन्हेंं न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

जिले में छह हजार एमटी धान खरीद का है लक्ष्य

जिले में अतिवृष्टि और बाढ़ के कारण बड़ी क्षति होने के बावजूद धान की अच्छी पैदावार हुई। इस लिहाज से विभाग ने चालू विपणन वर्ष में भी छह हजार एमटी धान खरीद का लक्ष्य रखा है। व्यक्तिक्रमी समितियों को छोड़ जिले के 141 पैक्सों व नौ व्यापार मंडल को धान खरीद के लिए चयनित किया गया, परंतु एक भी समिति ने अबतक कार्य प्रारंभ नहीं किया। हर वर्ष धान खरीद में देर होने के कारण लघु- सीमांत किसानों को इसका अपेक्षित लाभ नहीं मिल पाता। साथ ही खरीद में देरी होने से किसानों के भुगतान में विलंब होता है और इससे सीएमआर जमा कराने में भी सहकारिता विभाग को बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।

दूसरे प्रदेश के व्यापारी जिले में खरीदने लगे धान

जिले में आंध्र प्रदेश व अन्य प्रांतों के व्यापारी धान खरीद कर ले जा रहे हैं। अबतक जिले से कई रैक धान दूसरे प्रांतों को भेजा जा रहा है। दूसरे प्रदेश के व्यापारियों द्वारा खरीदे गए धान से किसानों को अपेक्षित मुनाफा नहीं हो पा रहा है, परंतु जरूरत के मारे किसान ऐसा करने के लिए मजबूर हैं।

धान खरीद के लिए सभी तैयारी की जा चुकी है। इस इलाके के किसान आमतौर पर दिसंबर से जनवरी तक धान बेचते हैं। उम्मीद है कि समय पर धान खरीद कर किसानों को लाभांवित किया जाएगा और खरीद के लक्ष्य को भी पूरा कर लिया जाएगा। -सैयद मशरूक आलम, डीसीओ, सहरसा। 

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