Bihar Politics: सदानंद सिंह के बेटे शुभानंद का कांग्रेस छोड़ने का ऐलान, पार्टी ने छह वर्ष के लिए किया निलंबित
स्व. सदानंद सिंह के पुत्र शुभानंद मुकेश को कांग्रेस से छह वर्ष के लिए किया निलंबित। तीन प्रखंडों अध्यक्षों सहित सात कार्यकर्ता की पार्टी से प्राथ्रमिक सदस्यता हुई रद। भोलानाथ फ्लाइओवर निर्माण व हवाई सेवा को लेकर कांग्रेस करेगी चरणबद्ध आंदोलन।
जागरण संवाददाता, भागलपुर : कहलगांव विधानसभा में कांग्रेस की बुनियाद दरकने लगी है। 51 वर्षों तक कांग्रेस को मजबूत करने में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सह विधायक रहे स्व. सदानंद सिंह ने महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने अपने जीवनकाल तक कांग्रेस के प्रति समर्पित रहे। लेकिन, अब उनके ही पुत्र शुभानंद मुकेश ने उनके प्रभाव वाले कांग्रेस की लुटाया डूबो दिया। शुभानंद अब कांग्रेस का घर छोड़कर जदयू का दामन थामेंगे। जदयू में 12 दिसंबर को सदस्यता ग्रहण के ऐलान के बाद कांग्रेस पार्टी में हलचल मचा दी। वहीं कांग्रेस पार्टी ने अपनी खामियों को छुपाने के लिए कार्रवाई करते हुए शुभानंद मुकेश के साथ गोराडीह, कहलगांव व सन्हौला प्रखंड अध्यक्ष समेत सात कार्यकर्ता को छह वर्ष के लिए निलंबित कर दिया। तीनों प्रखंडों की कमेटी को भंग कर दिया है। लेकिन शुभानंद के साथ कई कार्यकर्ताओं के इस्तीफा का सिलसिला जारी है।
शुभानंद को दिया सम्मान, लेकिन पार्टी को दिया धोखा
दीपनगर स्थित कांग्रेस कार्यालय में रविवार को जिला कांग्रेस अध्यक्ष परवेज जमाल, कार्यकारी अध्यक्ष डा. अभय आनंद व कार्यकारी अध्यक्ष विपिन बिहारी ने प्रेस कांफ्रेेस में कहा कि तीन प्रखंड अध्यक्ष को छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया है। शुभानंद के साथ कुछ दिन पहले बैठक में शामिल में प्रखंड अध्यक्ष वे कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई हुई है। तीनों प्रखंडों की कमेटी भंग कर दी गई है। कुछ दिनों में नए कमेटी का गठन होगा। यहां पार्टी नेताओं के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए है।
किसी के पार्टी छोड़ने पर पार्टी कमजोर नहीं होगी बल्कि मजबूत होगी। सदानंद बाबू नहीं चाहते थे कि उनके पुत्र किसी अन्य पार्टी में जाए। शुभानंद कांग्रेसी विचार धारा के नहीं थे। उन्होंने अपने बैनर में फर्जी तरीके से एआइसीसीसी सदस्य होने संबंधी बैनर लगाया। पार्टी ने उन्हें सम्मान देकर कहलगांव विधानसभा से चुनाव लड़ाया। लेकिन 48 हजार वोटों से हार गए। जनता ने उन्हें जवाब दे दिया है। सदानंद सिंह को बीमार हालत में पार्टी द्वारा सहयोग नहीं करने के शुभानंद के बयान पर जिलाध्यक्ष ने पलटवार किया। जिलाध्यक्ष ने कहा, अस्पताल में भर्ती थे तभी राहुल गांधी ने बात की थी। प्रदेश अध्यक्ष भी हालचाल लेने पहुंचे थे। सम्मान में कोई कमी नहीं थी जिलाध्यक्ष भी बनाने का प्रस्ताव दिया गया था।
भोलानाथ अंडरपास के लिए कांग्रेस करेगी आंदोलन
इधर भोलानाथ फ्लाइओवर के निर्माण को लेकर गोड्डा सांसद के बयान का जिलाध्यक्ष ने विरोध किया। सांसद ओछी राजनीतिक कर रहे हैं। कांग्रेस ने फ्लाइओवर के लिए लगातार आंदोलन किया। एक दिसंबर को विधानसभा मे चतुर्थ सत्र में कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने पथ निर्माण विभाग से प्रश्न पूछे थे। इस बीच बयान देकर श्रेय लेने का सांसद ने प्रयास किया। इसका कांग्रेस विरोध करती है। शहर में हवाई सेवा शुरू करने व फ्लाइओवर निर्माण होने तक पार्टी लगातार आंदोलन करेगी।