मरम्मत पर करोड़ों खर्च फिर भी दर्द दे रही जर्जर सड़क

भागलपुर। करोड़ों खर्च के बावजूद स्थाई बाइपास सड़क की स्थिति जस की तस बनी हुई है। जर्जर

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 06:53 AM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 06:53 AM (IST)
मरम्मत पर करोड़ों खर्च फिर भी दर्द दे रही जर्जर सड़क
मरम्मत पर करोड़ों खर्च फिर भी दर्द दे रही जर्जर सड़क

भागलपुर। करोड़ों खर्च के बावजूद स्थाई बाइपास सड़क की स्थिति जस की तस बनी हुई है। जर्जर सड़क पर हिचकोले खाली गाड़ियां आगे बढ़ती हैं। इसकी वजह से वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

235 करोड़ की लागत से 17 किलोमीटर लंबे बाइपास सड़क पर डेढ़ साल पूर्व वाहनों का परिचालन शुरू हुआ था, लेकिन निर्माण में मानक का पालन नहीं होने के कारण आठ माह भी सड़क टिक नहीं पाई। वाहनों के दबाव के कारण सड़क जर्जर हो गई। 50 लाख रुपये खर्च कर इसकी मरम्मत कराई गई, पर तीन माह बाद ही सड़क टूट गई। स्थिति यह है कि चार किलोमीटर सड़क में अनगिनत बड़े-बड़े गढ्डे बन गए हैं। टोल प्लाजा लोदीपुर मोड़ के पास छह सौ मीटर सड़क धंस गई। मुख्यालय के निर्देश पर अगस्त में मरम्मत कराई गई। लोदीपुर मोड़ के पास छह सौ मीटर खोदकर नए सिरे से सड़क बनाई गई। मरम्मत पर तीन करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए गए, लेकिन पंद्रह दिन बाद ही सड़क टूट गई। कई जगहों पर बड़े-बड़े गढ्डे बन गए हैं। बाइपास निर्माण एजेंसी जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट के अभियंता का कहना है कि 50-55 टन की जगह 85 से 90 टन लोड वाहनों का परिचालन किया जा रहा है। इसकी वजह से सड़क को नुकसान पहुंच रहा है।

एनएच विभाग के कार्यपालक अभियंता मनोरंजन कुमार पांडेय ने कहा कि ठीकेदार को जल्द सड़क दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया है। तीन साल तक निर्माण एजेंसी को ही मेंटनेंस करना है।

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