तेवर में आई गंगा, भागलपुर में निगल रही जमीन, इंगलिश गांव भी कटाव की जद में, अस्तित्व पर मंडराया खतरा
भागलपुर के आसपास गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ते जा रहा है। इससे बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। साथ ही यहां पर गंगा तेजी से कटाव भी कर रही है। सबौर के इंग्लिश गांव के पास भीषण कटाव हो रहा है।
संवाद सहयोगी, भागलपुर। जलस्तर बढऩे के कारण गंगा नदी अपने तेवर में आ गई है। पानी बढऩे के साथ कटाव भी तेज होता जा रहा है। किसानों की फसल लगी भूमि नदी में समा रही है। गांव के किनारे बाड़ी में लगाई गई परवल समेत अन्य सब्जियों की लगी फसलें और खेत गंगा में समा रहे हैं।
रजंदीपुर गांव के उमेश मंडल का परबल से लगा खेत गंगा में शुक्रवार को कट गया। ग्रामीण बाबूलाल पोद्दार, प्रमोद, रितेश, मुकेश, पांडू, मदन, छोटू, शंकर मंडल, राजेंद्र मंडल आदि कहते हैं कि संतनगर के पास ग्रामीण पथ कटने की स्थिति में है। इस बार कटाव की जो स्थिति है उससे गांव के बचने की संभावना नहीं दिख रही है। उधर, इंगलिश गांव भी कटाव की जद में आ गया है। गांव के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है। हालांकि कटाव रोधी सामग्री वहां जिला प्रशासन द्वारा भेजा जा रहा है।
हालात ये हैं कि गंगा कटाव की रफ्तार बढ़ती जा रही है जिससे दर्जन भर से ज्यादा गांव, सैकड़ों एकड़ खेती योग्य भूमि के वजूद पर संकट बढ़ता जा रहा है। इससे तकरीबन एक लाख की आबादी प्रभावित होगी।
ग्रामीणों का कहना है कि फिलवक्त गंगा कटाव पर अभी ठोस काम करना पानी की वजह से संभव नहीं है, लेकिन समय रहते यदि कटाव रोधी काम कराया गया होता तो शायद लोगों के बेघर होने की स्थिति नहीं आती। स्थानीय विधायक अली आशरफ सिद्दीकी ने विधान सभा में गंगा कटाव का मामला उठाया, वहीं जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बिपिन बिहारी यादव ने सरकार को कई बार पत्र, मेल आदि कर समस्या के समाधान की ओर ध्यान आकृष्ट कराया, लेकिन सरकारी उदासीनता के कारण कुछ नहीं हो सका।
उधर, दैनिक जागरण कटाव की खबर को कई दिनों से प्रकाशित करता रहा है। इसके बाद प्रशासन की नींद खुली और मौके पर कटाव सामग्री भेजी गई। हालांकि डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि कटाव पर प्रशासन की निगाह है। जहां कटाव से खतरा है वहां तत्काल कटावरोधी सामग्री भेजी जा रही है। कटाव को हर हाल में रोका जाएगा।