MNREGA scheme: भागलपुर में मनरेगा योजना के कार्य में धांधली, मजदूरों की जगह ट्रैक्टर का किया उपयोग, वीडियो वायरल
भागलपुर में मनरेगा कार्य में धांधली बरती जा रही है। मजदूरों की हकमारी की जा रही है। मजदूरों की जगह ट्रैक्टर आदि से कार्य लिया जाता है। लगातार इसका वीडियो और फोटो वायरल हो रहा है। मनरेगा योजना की शिकायत पर संबंधित अधिकारी चुप हैं।
गोराडीह (भागलपुर) [जितेंद्र कुमार पाण्डेय]। भागलपुर के गोराडीह प्रखंड अंतर्गत पंचायत सालपुर के काशील गांव के शिवलोक धाम के प्रांगण में पोखर के समीप मनरेगा योजना में मिट्टी की भराई जेसीबी से खोद कर ट्रैक्टर से कराया गया। इससे संबंधित वीडियो और फोटो तेजी से वायरल हो रहा है। जिससे साफ जाहिर है कि गोराडीह प्रखंड में मनरेगा योजना में लूट मची हुई है। घर में बैठकर ही संबंधित पंचायत रोजगार सेवक मास्टर रोल तैयार करते है। सरकारी राशि का गवन करने की फिराक में रहते हैं। वहीं इस कोरोना काल में एक ओर मजदूरों को मजदूरी कि आफत बन पड़ी है। दूसरी ओर सरकार द्वारा चलाए जा रहे। मजदूरों के लिए योजना में संबंधित पदाधिकारी और कर्मी कागजों में कार्य पूरा कर लेने का मंसूबा रखते हैं। योजना में हुई मजदूरी के नाम पर घर बैठे मजदूरी का कार्य दिवस दिखाकर कागज तैयार कर राशि को डकारने कि जुगत में लग जाते हैं। इसी कड़ी में सालपुर पंचायत के पंचायत समिति सदस्य श्रीकांत के अनुशंसा से काशील गांव में पोखर के समीप शिवलोक धाम के प्रांगण में मिट्टी भराई कार्य के लिए योजना बनाकर प्राक्कलन तैयार किया गया है। इस कार्य में मजदूरों के जगह जेसीबी और ट्रैक्टर से योजना चयन वाले स्थल पर मिट्टी भराई का कार्य दिन के उजाले में किया गया।
जानकारी के अनुसार मिट्टी भराई के इस कार्य योजना कि प्राकृलित राशि नौ लाख 90 हजार से अधिक की बताई जा रही है। जिसमें पंचायत के दर्जनों मजदूरों को मनरेगा के तहत मजदूरी मिलना था। जिससे उनके घर में दो वक्त की रोटी के लिए चूल्हा जलता। लेकिन जनप्रतिनिधि और सरकारी मुलाजिम ने उन्हें रोजगार देने के बजाय उनका रोजगार छीनने का प्रयास किया।
संबंधित पंचायत रोजगार सेवक कार्यक्रम पदाधिकारी और पंचायत समिति के मिलीभगत से से ही ऐसा होना संभव हो होना बताया जा रहा है। तभी मनरेगा का कार्य ट्रैक्टर और जेसीबी से पूरा करने का दिन-रात कर प्रयास किया गया। इस संबंध में गोराडीह के कार्यक्रम पदाधिकारी राजेश रोशन से बात की गई। संबंधित कार्यस्थल पर मनरेगा के तहत कार्य होना है। जेसीबी और ट्रैक्टर से कार्य होने की सूचना मिली है। उन्होंने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है। वहीं इस विषय पर पीआरएस सुबोध दास ने चुप्पी साध ली। हैरत की बात यह है। कि आखिर मनरेगा से संबंधित कार्य योजना स्थल पर जब दिन भर जेसीबी और ट्रैक्टर से मिट्टी की भराई हुई, तो संबंधित जनप्रतिनिधि और सरकारी मुलाजिम कहां थे। साफ जाहिर होता है कि सरकारी अमला कार्य निरीक्षण के लिए क्षेत्र में नहीं जाते हैं। इन की लापरवाही से सरकारी नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ती है। जबकि सालपुर पंचायत में लॉकडाउन की अवधि से दर्जनों ऐसे मजदूर हैं। जिन्हें कोई मजदूरी करने का अवसर प्राप्त नहीं हुआ है। लोगों में चर्चा ऐसी भी है कि यह कार्य दो-तीन दिनों से कराया जा रहा था। पीओ, पीआरस और पंसस सदस्य की मिलीभगत से मजदूरों के बदले मशीन से मिट्टी भराई का कार्य कराया जा रहा था। एक इलेक्ट्रॉनिक पत्रकार ने जब जेसीबी चलने वाली जगह और ट्रैक्टर से मिट्टी भराई वाले जगह पर खबर संकलन किया। तो वहां से लौटने के क्रम में पंचायत समिति के संपर्क में रहने वाले एक उसी गांव के प्रभाष कुमार सिंह ने शराब के नशे में धमकी दी। उनका मोबाइल और कैमरा छीनने का प्रयास किया। पत्रकार ने घटना के बारे में फोन पर गोराडीह थाना अध्यक्ष आशुतोष कुमार और कार्यक्रम पदाधिकारी राजेश रोशन को दी। वहीं थाना अध्यक्ष ने पीड़ित द्वारा आवेदन देने के बाद कार्रवाई की बात कही है।
सूत्रों के अनुसार नदियामा पंचायत में भी तीन-चार दिन पहले मनरेगा का कार्य जेसीबी से कराया गया है। संबंधित पदाधिकारी को जानकारी होने के बावजूद भी योजना के पैसे कि निकासी के लिए कागजी काम किया जा रहा है।
जेसीबी और ट्रैक्टर से मिट्टी भराई का कार्य होने के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। मैं पंचायत से अभी बाहर हूं। - श्रीकांत कुमार, पंचायत समिति सदस्य, पंचायत सालेपुर
कासिल में शिवलोक धाम के पास मनरेगा योजना में ट्रैक्टर और जेसीबी से मिट्टी भराई के बारे में जानकारी मिली है। इसकी जांच कराई जा रही है। दोषियों पर कार्रवाई होगी। - राजेश रोशन, कार्यक्रम पदाधिकारी, गोराडीह