घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार हुआ राजस्व कर्मचारी, कर रखा था मधेपुरा में दाखिल-खारिज का 50 हजार रेट फिक्स

राजस्व कर्मचारी को घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में दाखिल-खारिज के काम के लिए पचास हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए निगरानी ने राजस्व कर्मचारी को धर दबोचा। इसके बाद से विभाग में हड़कंप का माहौल है।

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 11:05 AM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 11:05 AM (IST)
घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार हुआ राजस्व कर्मचारी, कर रखा था मधेपुरा में दाखिल-खारिज का 50 हजार रेट फिक्स
मधेपुरा से गिरफ्तार हुआ राजस्व कर्मचारी, ले रहा था 50 हजार रुपये की घूस।

संवाद सूत्र, गम्हरिया (मधेपुरा)। निगरानी विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मंगलवार को मधेपुरा अंचल में प्रतिनियुक्त राजस्व कर्मचारी देवनारायण मेहता को 51 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया है। वे जमीन दाखिल-खारिज के नाम पर रिश्वत ले रहे थे। उनकी नियुक्ति गम्हरिया कार्यालय में थी। फिहाल मधेपुरा अंचल में प्रतिनियुक्त थे। निगरानी ने राजस्व कर्मचाीर को मधेपुरा स्थित आवास से गिरफ्तार किया है। शिकायत पर तीन दिन से निगरानी विभाग की टीम सत्यापन में लगा था। टीम के नेतृत्व कर्ता पुलिस उपाधीक्षक अरुण पासवान ने बताया कि हनुमान नगर चौड़ा की रहने वाली सुरूचि ने जुलाई व अगस्त में अपनी जमीन का दाखिल-खारिज करने के लिए अंचलाधिकारी को आनलाइन आवेदन की थी।

अंचलाधिकारी ने जमीन दाखिल-खारिज करने के लिए जांच प्रतिवेदन समर्पित करने के लिए राजस्व कर्मचारी देवनारायण मेहता को दिया था। राजस्व कर्मचारी ने जांच रिपोर्ट तैयार करने के एवज में सुरूचि से बतौर रिश्वत 51 हजार रुपये की मांग किया था। इसके शिकायत निगरानी विभाग से की गई थी। निगरानी की टीम ने शिकायत सत्यापन के बाद मंगलवार की सुबह राजस्व कर्मचारी देवनारायण मेहता को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।

निगरानी विभाग की टीम में मुख्य रूप से पुलिस उपाधीक्षक राजीव चंद्र स‍िंंह, संजय कुमार जयसवाल, पुलिस निरीक्षक मिथिलेश कुमार जयसवाल, सुशील कुमार यादव, पुअनि देवी लाल श्रीवास्तव, सिपाही (सत्यापन कर्ता) मणिकांत स‍िंंह, सिपाही शशिकांत, बिनोद कुमार स‍िंह, मुकेश कुमार आदि शामिल थे। मालूम हो कि निगरानी के लगातार कार्रवाई के बाद भी भ्रष्टाचार कम नहीं हो पा रहा है। राजस्व कर्मचारी से पहले जिले के नौ अधिकारी व कर्मी निगरानी की गिरनफ्त में आ चुके हैं।

निगरानी के लगातार हो रही कार्रवाई व भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़े जाने के बाद भी विभिन्न विभाग के पदाधिकारी व कर्मी रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे हैं। लगातार घूस लेने के मामले बढ़ते जा रहे हैं।   

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