जलंधर से फरार बच्चों का तस्कर रामप्रवेश सदा खगडिय़ा में गिरफ्तार, कारनामे जानकर रह जाएंगे दंग
जलंधन से फरार बच्चों का तस्कर रामप्रवेश सदा को खगडिय़ा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित रामप्रवेश सदा बच्चों को जलंधर ले जाकर बाल मजदूरी कराता था। जलंधर में बचपन बचाओ आंदोलन के राज्य समन्वयक दिनेश कुमार ने 40 बच्चों को सांघा स्थित आलू फॉर्म से मुक्त कराया था।
जागरण संवाददाता, खगडिय़ा। चौथम थाना क्षेत्र अंतर्गत ठुठ्ठी मोहनपुर पंचायत के भरना मुसहरी बहियार से गुरुवार को पुलिस ने बाल तस्कर रामप्रवेश सदा को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी की पुष्टि थानाध्यक्ष निलेश कुमार ने की। जिसपर बच्चों के तस्करी का आरोप है। जो बच्चों जलंधर ले जाकर बाल मजदूरी कराता था। इस मामले में चौथम थाना क्षेत्र अंतर्गत ठुठ्ठी मोहनपुर पंचायत के अग्रहण निवासी मोहन सादा ने बचपन बचाओ आंदोलन के बिहार मुक्ति कारवां को अपने 11 वर्षीय पुत्र दिलखुश कुमार के बारे में शिकायत दर्ज कराई थी।
्रउक्त शिकायत के बाद बचपन बचाओ आंदोलन के तहत कार्रवाई कराई गई और कुछ दिनों पूर्व जलंधर के सांघा आलू फार्म से 38 बच्चे बाल मजदूर बरामद किए गए थे। पंजाब के राज्य समन्वयक दिनेश कुमार के अनुसार चौथम थाना क्षेत्र अंतर्गत ठुठ्ठी मोहनपुर पंचायत के खरैता निवासी रामप्रवेश सादा व सहरसा जिला अंतर्गत पतरघट थाना क्षेत्र के घोघनपट्टी निवासी भानू यादव दोनों मिलकर बच्चों को बाल मजदूरी कराने के लिए देश के अलग-अलग इलाकों में काम के लिए प्रलोभन देकर ले जाते हैं। पुलिस की ओर से की गई छापेमारी के बाद रामप्रवेश सादा दो बच्चे दिलखुश कुमार व गुलशन कुमार को लेकर निकल गया। जिसकी सूचना चौथम व पतरघट थाना को दी गई।
पतरघट थानाध्यक्ष अमित कुमार ने पुलिस बल के साथ भानू यादव के यहां छापेमारी की। जहां से दोनों बच्चों को बरामद किया गया। साथ ही भानू यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन रामप्रवेश सदा भागने में सफल हो गया था। चौथम पुलिस ने गुरुवार को गुप्त सूचना के आधार पर रामप्रवेश सदा को गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में थानाध्यक्ष निलेश कुमार ने बताया कि बाल तस्कर रामप्रवेश को भरना मुसहरी बहियार से गिरफ्तार किया गया है। आवश्यक कार्रवाई के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।
बच्चे अब तक नहीं पहुंचे है घर
बचपन बचाओ आंदोलन के तहत हुई कार्रवाई के बाद सहरसा पतरघट पुलिस द्वारा दो बच्चों की बरामदगी के साथ एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया। परंतु लगभग एक पखवारा हो गया अब तक दोनों बच्चा स्वजन को सौंपा नहीं गया है। इस संबंध में जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि बच्चे का वेरिफिकेशन रिपोर्ट भेज दिया गया है। एक दो दिन में बच्चे को खगडिय़ा लाया जाएगा। तत्पश्चात बच्चों को उसके माता-पिता को सौंपा जाएगा।