Ram Mandir Bhumi Pujan : भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक पर तपस्या तोड़ेंगे देवदास
Ram Mandir Bhumi Pujan देवदास ने श्रीराम मंदिर निर्माण होने तक चप्पल नहीं पहनने की 2001 में शपथ ली थी। 19 वर्षों से नंगे पांव चल रहे हैं। आज मनाएंगे दीपावली लगाएंगे पौधे।
किशनगंज [अमितेष]। Ram Mandir Bhumi Pujan : भगवान श्रीराम का मंदिर निर्माण होने तक नंगे पांव चलने की शपथ लेने वाले देवदास आज दीपोत्सव मनाएंगे। 2001 में उन्होंने राम मंदिर का निर्माण होने तक चप्पल नहीं पहनने की शपथ ली थी। वह विगत 19 वर्षों से नंगे पांव चल रहे हैं। देवदास उर्फ देवू दा का कहना है कि आज जब अयोध्यानगरी में रामलला के मंदिर का शिलान्यास किया जाएगा तो वे किशनगंज में दीपोत्सव मनाएंगे। चप्पल मंदिर निर्माण पूर्ण होने के बाद ही पहनेंगे।
कोविड महामारी की वजह से उन्हें अयोध्या नहीं जा पाने का मलाल है, लेकिन मंदिर निर्माण के बाद जिस दिन भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक होगा, उस दिन उनकी तपस्या पूरी होगी। आज भले ही विजयोत्सव मनाएंगे लेकिन भगवान के राज्याभिषेक के दिन अयोध्या में दर्शन के बाद वह अपनी तपस्या तोड़कर चप्पल पहनेंगे। समाजसेवा को अपने जीवन का मूलमंत्र बनाने वाले 37 वर्षीय देवदास ब्रह्मचारी का जीवन व्यतीत कर रहे हैं। 2001 में इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद इन्होंने शपथ ली थी कि जब तक श्रीराम मंदिर का निर्माण नहीं हो जाता, तब तक वह चप्पल नहीं पहनेंगे। बुधवार को देवदास विभिन्न मंदिर परिसर में 51 पौधे लगाएंगे। इसके बाद मंदिरों में दीपोत्सव मनाएंगे। वह बताते हैं कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के मंदिर का शिलान्यास होते ही सनातन धर्मावलियों की लगभग 500 साल पुरानी तपस्या पूर्ण होगी। देवदास बताते हैं कि उनकी तपस्या तब पूरी होगी, जब रामलला का राज्याभिषेक होगा। मंदिर निर्माण पूर्ण होने पर भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक के दिन अयोध्यानगरी में दर्शन करने के पश्चात उनका संकल्प पूरा होगा। उनका मानना है कि पांच अगस्त को विजयोत्सव के रूप में सबको मनाना चाहिए।
किया पौधारोपण
पांच अगस्त 2020 को जिस समय अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रख रहे थे, उस वक्त देवदास विभिन्न मंदिर परिसर में पौधारोपण कर रहे थे। वे इस ऐतिहासिक तारीख को विजयोत्सव मना रहे हैं। देवदास पीपल, नीम, आम, बरगद समेत फलदार, फूलदार समेत 51 औषधीय पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण के प्रति युवाओं जो प्रेरित करने में जुटे रहे। रामलला विराजमान के भव्य एवं दिव्य मंदिर निर्माण के दिन वे शाम को दीपोत्सव मनाएंगे। इस दौरान इनके आह्वान पर जिले भर के देवालयों में दीप प्रज्ज्वलित कर प्रभु श्रीराम की आरती की जाएगी।