आज होगी राजेंद्र की वतन वापसी, बांग्लादेश की जेल में चार सालों से कैद हैं यह युवक
बांग्लादेश जेल में चार सालों से कैद भागलपुर के राजेंद्र रविदास आज कैदमुक्त हो जाएंगे। वे मंगलवार को भागलपुर लौट जाएंगे। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कार्यकर्ता और ह्यूमन राइट्स अम्ब्रेला फाउंडेशन (एचआरयूएफ) के चेयरमैन भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय बार्डर के लिए सोमवार को ही पहुंच चुके हैं।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। बांग्लादेश की जेल में चार सालों से कैद भागलपुर के महादलित भूमिहीन परिवार का राजेंद्र रविदास कैदमुक्त होकर मंगलवार को वतन वापस लौट आएगा। उसे वतन वापस लाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कार्यकर्ता और ह्यूमन राइट्स अम्ब्रेला फाउंडेशन (एचआरयूएफ) के चेयरमैन विशाल रंजन दफ्तुआर ट्रेन से भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय बार्डर के लिए सोमवार को ही रवाना हो गए। राजेंद्र का परिवार देर रात्रि बार्डर के लिए बिना पुलिस के प्रस्थान कर चुका है।
बता दें कि 12 सितंबर 2019 को दरभंगा के सतीश चौधरी की 11 सालों बाद बांग्लादेश की जेल से वतन वापसी की कवायद पूरी हो रही है। उसके वतन आगमन को लेकर बिहार सरकार के आला अधिकारियों को भी हाई कमीशन आफ इंडिया, ढाका,बांग्लादेश ने अपने 9 फरवरी के पत्र के माध्यम से सूचित कर चुका था।
चार सालों बाद वतन लौटा राजेंद्र
बांग्लादेश की जेल में चार सालों से बंद भागलपुर के राजेंद्र रविदास की वतन वापसी हो गई। उसकी रिहाई की लंबी लड़ाई लडऩे वाले विशाल दफ्तुआर राजेंद्र और उसकी मां के साथ गेडे-दर्शना बार्ड से मंगलवार को 12.45 बजे भारतीय सीमा में राजेंद्र को प्रवेश कराया। उसके साथ सेल्फी ले खुशी का इजहार किया और उस खुशी को सोशल साइट के जरिए लोगों तक पहुंचाई।