फोर्टिफाइड राइस वितरण करने वाला पहला जिला बनेगा पूर्णिया, आइसीडीएस और शिक्षा विभाग ने की पहली रैंकिंग

फोर्टिफाइड राइस वितरण करने के मामले में सूबे में पूर्णिया सबसे अव्वल आया है। इसे पहली रैंकिंग दी गई है। कुपोषण दूर करने में फोर्टिफाइड राइस काफी मददगार साबित होगी। इसमें कई तरह के सूक्ष्म पोषक तत्वों की मात्रा पाई जाती है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 11:25 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 11:25 AM (IST)
फोर्टिफाइड राइस वितरण करने वाला पहला जिला बनेगा पूर्णिया, आइसीडीएस और शिक्षा विभाग ने की पहली रैंकिंग
फोर्टिफाइड राइस वितरण करने के मामले में सूबे में पूर्णिया सबसे अव्वल आया है।

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। राज्य में सबसे पहले फोर्टिफाइड राइस वितरण का श्रेय पूर्णिया जिले को मिलने वाला है। जिले को इसके लिए पहली खेप प्राप्त हो गई है। एक रैक पोषणयुक्त चावल करीब 25 हजार ङ्क्षक्वटल चावल बिहार राज्य खाद्य निगम को मिला है जिसका शीघ्र वितरण आरंभ किया जाएगा। एसएफसी के गोदाम प्रबंधक रीतेश आनंद ने बताया कि इसे पहले आंगनबाड़ी केंद्रों एवं स्कूली बच्चों के एमडीएम के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। इसके बाद अगले चरण में पीडीएस के माध्यम से आम लोगों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।

कुपोषण पर रोक लगाने में मिलेगी मदद

कुपोषण दूर करने में फोर्टिफाइड राइस काफी मददगार साबित होगी। दरअसल चावल के फोर्टिफिकेशन में उसमें सूक्ष्म पोषक तत्वों यथा लौह, आयोडिन, ङ्क्षजक, विटामिन ए एवं डी आदि जोड़े जाते हैं। इसके तहत पहले चावल को पीस कर उसका पाउडर तैयार किया जाता है फिर उसमें पोषक तत्वों को मिलाकर फिर उसे चावल के आकार में बदला जाता है तथा उसे वितरण के लिए उपलब्ध करा दिया जाता है। इससे कुपोषण वाले बच्चों एवं लोगों में विटामिन ए, प्रोटीन आदि की कमी दूर की जा सकेगी। राज्य में सबसे पहले उक्त चावल की खेप पूर्णिया को प्राप्त हुआ है तथा शीघ्र ही इसका वितरण आरंभ होने वाला है।

कालाबाजारी पर लगेगी रोक

जन वितरण प्रणाली के तहत आने वाले अनाज की कालाबाजारी का मामला अक्सर सामने आता रहता है। जिले में ही अब तक कालाबाजारी को लेकर सैकड़ों एफआइआर विभिन्न थानों में दर्ज किए गए हैं। कालाबाजारी रोकने के लिए सरकार ने सभी पीडीएस दूकानों पर पॉश मशीन भी लगाया है। बावजूद कालाबाजारी पर अभी तक रोक नहीं लग पाया है। लेकिन अब फोर्टिफाइड राइस के आ जाने से अनाज की कालाबाजारी पर पूरी तरह रोक लगने की संभावना है। दरअसल इसका रंग सामान्य चावल से अलग होता है जिस कारण इसे आसानी मार्केट में खपाया नहीं जा सकेगा। किरोसिन में जिस तरह ब्लू रंग मिलाकर उसकी कालाबाजारी पर रोक लगाने में सफलता मिली उसी तरह उम्मीद जताई जा रही है कि फोर्टिफाइड राइस के आ जाने से चावल की कालाबाजारी पूरी तरह रूक जाएगी।

बिहार में सबसे पहले पूर्णिया जिले में फोर्टिफाइड राइस वितरण का कार्य शुरू किया जाएगा। जिले को 25,000 ङ्क्षक्वटल फोर्टिफाइड राइस की खेप प्राप्त हो गई है। प्रथम चरण में इसका वितरण आइसीडीएस एवं स्कूली बच्चों के मिड डे मिल के लिए किया जाएगा। इसके बाद इसे पीडीएस के लिए उपलब्ण कराया जाएगा। -रीतेश आनंद, डीएम, एसएफसी, पूर्णिया

मनोज कुमार,

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