जाप सुप्रीमो पप्पू यादव की रिहाई की मांग को लेकर कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन, राज्य सरकार को कोसा, खूब की नारेबाजी
जन अधिकारी पार्टी के सुप्रीमो राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव जेल में बंद हैं। उनके समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता लगातार आंदोलन कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं का गुस्सा बिहार सरकार और भाजपा नेताओं को दिख रहा है। आज भी प्रदर्शन हुआ।
जागरण संवाददाता, मधेपुरा। जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद पप्पू यादव की रिहाई की मांग की आवाज अब गांव में भी सुनाई देने लगी है। मंगलवार को प्रखंड क्षेत्र के रामपुर खोड़ा पंचायत में पप्पू यादव के रिहाई के स्वर सुनाई दिए। लोगों ने पूर्व सांसद के गिरफ्तारी का विरोध में काला बिल्ला लगाकर किया। वहीं हाथों में पोस्टर लेकर पप्पू यादव की रिहाई की मांग की। इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। जाप कार्यकर्ता कार्रवाई से काफी गुस्साए नजर आए। सरकार पर दमनात्मक कार्रवाई का आरोप लगाया। जाप युवा नेता दुर्गा यादव व कार्यकारिणी छात्र जिला अध्यक्ष नीतीश राणा ने आक्रोश प्रकट करते हुए बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला है।
पूर्व सांसद प्रतिनिधि गोपाल जयसवाल ने कहा कि कोरोना महामारी कि इस संकट घड़ी में पप्पू यादव लगातार लोगों की सेवा में लगे रहे। जब 17 मई को सारण में भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी के घर छुपाए 25 से अधिक एंबुलेंस का उजागर पूर्व सांसद ने किया तो सरकार कार्रवाई कर बैठे। कार्यकर्ताओं ने कहा कि इस महामारी में जनता को देखने वाले कोई नहीं है।
सत्ताधारी और विपक्ष के नेता अपने-अपने आवास में छुप कर खुद की जान बचाने में लगे हुए हैं। ऐसे समय में एकमात्र पप्पू यादव पूरे बिहार में हॉस्पिटल से लेकर श्मशान घाट तक जायजा लेने का काम कर रहे थे। हॉस्पिटल में बेड नहीं मिल रही है, दवाई नहीं मिल रही है। ऑक्सीजन नहीं मिल रही है श्मशान घाट में मुर्दे को जलाने के लिए जगह नहीं मिल रही है। ऐसे मामलों जब पप्पू यादव लगातार उजागर कर रहे थे। इसी वजह से साजिश रच कर पप्पू यादव को सलाखों के पीछे डलवा दिया गया। कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार से मांग किया कि पप्पू यादव को जल्द से जल्द रिहा किया जाए। अन्यथा चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगी। मौके पर युवा नेता वरुण विराज, जाप नेता राणा यादव, नीतीश नायक, जितेंद्र यादव, रवि रॉय, निश्टु दीवाना व धीरज कुमार आदि उपस्थित थे।