परीक्षा, रिजल्ट और विकासात्मक कार्य को आगे बढ़ाना होगी प्राथमिकता : प्रो. पांडेय
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के कुलपति का प्रभार बाबा भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के कुलपति प्रो. हनुमान प्रसाद पांडेय को दिया गया है।
भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के कुलपति का प्रभार बाबा भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के कुलपति प्रो. हनुमान प्रसाद पांडेय को दिया गया है। शुक्रवार को राजभवन के संयुक्त सचिव राज कुमार सिन्हा ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। प्रोफेसर पांडे ने बताया कि वे शनिवार को राजभवन में रिपोर्ट करेंगे। इसके बाद सोमवार को टीएमबीयू में अपना योगदान देंगे।
दैनिक जागरण से फोन पर विशेष बातचीत के दौरान उन्होंने अपनी प्राथमिकताएं बताई। प्रो. पांडेय टीएमबीयू के 65वें कुलपति के रूप में अपना योगदान देंगे। कुलपति ने कहा कि पूर्व से जो विकासात्मक कार्य की प्रक्रिया चल रही थी, उसे आगे बढ़ाया जाएगा। लंबित परीक्षाओं एवं परीक्षा के बाद लंबित परीक्षा फल का प्रकाशन समय पर हो इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान विश्वविद्यालय का सत्र प्रभावित हुआ है। उसे नियमित करने के लिए प्रयास किए जाएंगे। छात्रों की समस्या का समाधान किया जाएगा।
इसके अलावा विश्वविद्यालय में योगदान देने के बाद तय किया जाएगा कि और कौन से जरूरी कार्य हैं, जिसका पूरा होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वे तीन दिन भागलपुर और तीन दिन मुजफ्फरपुर में कार्य देखेंगे।
पेंडिंग फाइलों की करेंगे समीक्षा
पेंशनरों की समस्या पर उन्होंने कहा कि योगदान के बाद वे पेंशनरों की पेंडिग फाइलों की समीक्षा करेंगे। नियम संगत उनकी समस्या का हल निकालने की कोशिश होगी।
उन्होंने कहा कि योगदान देने के बाद सभी विभागों के अधिकारियों एवं अन्य लोगों के साथ बैठक करेंगे। एक रणनीति के तहत सभी के सहयोग से विश्वविद्यालय आगे बढ़े, इसका प्रयास रहेगा। शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए भी कई दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे।
बता दें कि टीएमबीयू की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता का चयन सागर विश्वविद्यालय मध्यप्रदेश के लिए हो गया है। शुक्रवार को उन्होंने राजभवन को अपना इस्तीफा सौंप दिया। जिसे स्वीकार कर लिया गया है। इसके बाद कुलाधिपति के आदेश से प्रो. पांडेय को टीएमबीयू का प्रभार दिया गया है।
समय के पाबंद हैं कुलपति
प्रो. पांडेय समय के पाबंद हैं। समय से कार्यालय नहीं आने पर मुजफ्फरपुर में कई कर्मियों को कार्रवाई के दायरे में ला चुके हैं। विश्वविद्यालय में दुरुस्त कामकाज को लेकर वे लगातार औचक निरीक्षण करते हैं। जहां वे अपने कार्यालयों समेत अन्य इकाइयों में जाकर वहां की व्यवस्थाओं को सुधारने को लेकर निर्देशित करते हैं।