Mustered Oil Price: 200 के करीब पहुंचा सरसों तेल का रेट, जानिए... अपने शहर में कितने में है उपलब्ध
Mustered Oil Price 14 दिनों में 15 रुपये लीटर महंगा सरसों तेल 190 पहुंचा रेट अभी और बढ़ेंगे दाम। राजस्थान से होती है तेल की आपूर्ति स्टॉक में कमी नहीं। जरूरत के हिसाब से हो रही खरीदारी बिक्री पर असर। 10 से 15 फीसद और महंगा हो सकता है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। पेट्रोल के बाद सरसों तेल की कीमत में आग लग गई है। बीते 14 दिनों में 15 रुपये प्रति लीटर कीमत में इजाफा हुआ है। अभी हर ब्रांड की कीमत 180-190 के बीच में है। 15 किलो के जार पर तीन सौ रुपये तक कीमत बढ़ी है। अचानक सरसों तेल और रिफाइंड ने किचन का जायका बिगाड़ दिया है। अचानक कीमत में आए उछाल से गृहणियों का बजट बिगड़ गया है। लॉकडाउन में महंगाई के कारण जहां घरों में पांच लीटर खपत होती थी। वहां दो से तीन लीटर में काम चलाया जा रहा है। कारोबारियों का मानना इस साल खाने का तेल 10 से 15 फीसद और महंगा हो सकता है।
लॉकडाउन में तेल आवक पर रोक नहीं
लॉकडाउन में तेल की आवक पर रोक नहीं है। भागलपुर की मंडी में तेल का स्टॉक है। खाद्य व्यवसायी संघ के उपाध्यक्ष अभिषेक जैन ने बताया कि जिले में सरसो और रिफाइन तेल की आवक राजस्थान के भरतपुर और मध्य प्रदेश से होती है। पाम ऑयल को सरसो तेल और रिफाइन को रिफाइंड कर बाजार में आता था। इधर, विदेश से पाम ऑयल की आवक बंद हो गई है। इस कारण इजाफा हुआ है। खाद्य तेल के अंतरराष्ट्रीय उत्पादन में भारी कमी की वजह से कुछ महीनों से कच्चे पाम तेल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। लॉकडाउन हटने के बाद पाम तेल में गिरावट आएगी। इसके बाद सरसों तेल कीमत कम होगी।
खाद्यान्न संघ ने सीएम व डिप्टी सीएम को भेजा त्राहिमाम संदेश
दूसरे लॉकडाउन में जारी नई गाइड लाइन पर फिर से विचार करने के लिए जिला खाद्यान्न व्यवसायी संघ ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री रेणु देवी को पत्र भेजा है। उपाध्यक्ष अभिषेक जैन ने पत्र में खाद्यान्न की दुकानों को खोलने का समय सुबह 10 से दो और सब्जी, फल की दुकानें सुबह छह से 10 बजे तक करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि नए समय से दुकानदारों को काफी परेशानी हो रही है। भीड़ लग रही है। इस वजह से समय में बदलाव हो।
तेल की कीमत (30 अप्रैल तक)
सरसों तेल प्रति किलो-155 से 165 रुपये
रिफाइंड- 140 से 150
जार रिफाइंड -15 किलो-1990 से 2260
जार, सरसों तेल, 15 किलो 2380 से 2560
तेल की कीमत (एक मई से)
सरसों तेल प्रति किलो-175 से 190 रुपये
रिफाइंड- 150 से 160
जार रिफाइंड -15 किलो-2325 से 2500
जार, सरसों तेल, 15 किलो 2550 से 2750
पहले आयात शुल्क 20 फीसद था। इधर, टैक्स 45 से 54 फीसद कर दिया गया है। इस कारण तेल महंगा हो गया है। लीटर में 10 से 15 और जार में डेढ़ से दो सौ रुपये का इजाफा हुआ है। -राजा जैन, तेल के थोक कारोबारी।
इशाकचक के एक किराना के खुदरा दुकानदार शशि साह ने बताया कि डेढ़ से दो माह पूर्व 130-135 रुपये प्रति किलो की दर ग्राहकों को तेल मिलता था। लेकिन अब 175 से 180 रुपये की दर से तेल ग्राहकों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रति किलो वे 5-7 रुपये तक मुनाफा हमलोग कमाते हैं। संभावना जताई कि अभी और तेल की कीमतें बढ़ेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि लोग सरसों तेल कम खरीद रहे हैं। मंहगाई के कम मात्रा में ग्राहक सरसों तेल रहे हैं।