बिजली संकट भागलपुर: 33 केवी लाइन में खराबी आने से चरमराई विद्युत आपूर्ति, हाहाकार
बिजली संकट भागलपुर भागलपुर में बिजली संकट गहरा गया है। लगातार तार टूटने से परेशानी हो रही है। इस कारण पेयजल संकट भी उत्पन्न हो गया है। कोरोना काल में बिजली संकट से काफी परेशानी हो रही है। लोग परेशान हैं।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। बिजली विभाग की खराब व्यवस्था के कारण तीसरे दिन सोमवार को भागलपुर शहर के लोगों को बिजली और पानी संकट से जूझना पड़ा। एक लाख से अधिक आबादी के समक्ष पानी की गंभीर समस्या खड़ी हो गई। दर्जनों इलाकों में पानी के लिए हाहाकार मचा रहा।
33 केवी लाइन में खराबी आने के कारण जेल उपकेंद्र का ब्रेक डाउन ही गया। इस उपकेंद्र के वाटर सप्लाइ, तिलकामांझी, जीरोमाइल और सेंट्रल जेल फीडर से जुड़े चार दर्जन से अधिक इलाकों की बिजली आपूर्ति सुबह सात बजे से बाधित हो गई। सुबह में तीन घंटे बिजली ठप रहने की वजह से वाटर वर्क्स से पानी की सप्लाइ नहीं होने की स्थिति में लोगों को बिजली के साथ ही पानी संकट से जूझना पड़ रहा है। विभाग की बदतर व्यवस्था का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि सूचना मिलने के डेढ़ घंटे बाद विभागीय अधिकारी लाइनमैन के साथ मौके पर पहुंचे।
डेढ़ घंटे मशक्कत के बाद गड़बड़ी को ठीक करने पर दस बजे फीडरों को चालू कर आपूर्ति शुरू की गई। यही स्थिति बरारी उपकेंद्र से जुड़े इलाकों की भी रही। जेल उपकेंद्र की खराबी को दुरुस्त करने के कुछ मिनट बाद ही बरारी फीडर की लाइन में खराबी आने से इस उपकेंद्र से जुड़े इलाकों की बिजली ठप हो गई। इसकी वजह से इस उपकेंद्र से संबंधित क्षेत्रों की भी लगभग तीन घंटे आपूर्ति बाधित रही। जबकि ट्रिपिंग के कारण मायागंज उपकेंद्र से जुड़े इलाकों में भी तीन से चार घंटे बिजली आपूर्ति प्रभावित होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस बारे में अधीक्षण अभियंता, कार्यपालक अभियंता और सहायक अभियंता से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन अधिकारियों ने चुप्पी साध ली। इधर बिजली संकट से लोग परेशान हैं। कोरोना संकट के बीच बिजली संकट से लोग ठीक करने कहीं जा नहीं पाते। वहीं, बिजली मिस्त्री भी ठीक करने में काफी वक्त लगाते हैं।