Post Matric Scholarship: वैरिफिकेशन के लिए भागलपुर में टीम गठित, आंध्र प्रदेश में भी पढ़ रहे हैं यहां के बच्चे
Post Matric Scholarship के लिए भागलपुर में टीम का गठन किया गया है। ये टीम छात्रों का सत्यापन करेगी। इसके बाद सभी को छात्रवृत्ति दी जाएगी। भागलपुर के कुछ बच्चे उच्च शिक्षा के लिए आंध्र प्रदेश में भी पढ़ रहे हैं...
जागरण संवाददाता, भागलपुर : Post Matric Scholarship मैट्रिक के बाद उच्च व तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों को दी जाने वाली पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति के अभ्यर्थियों का सत्यापन करने के लिए शिक्षा विभाग ने टीम का गठन कर दिया है। आंध्र प्रदेश में पढ़ने वाले बच्चों के सत्यापन के लिए शिक्षा विभाग ने चार टीम का गठन किया है। टीम में शामिल अधिकारी सत्यापन के बाद रिपोर्ट देंगे। जिसके आधार पर छात्रवृति राशि का भुगतान किया जाएगा। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना देवेंद्र कुमार पंडित ने कहा कि सत्यापन के बाद ही छात्रवृति राशि का भुगतान होगा।
दव्यांग दिवस पर आयोजित होगी प्रतियोगिता, तैयारी शुरू - 28 से 30 नवंबर तक प्रखंड स्तर पर प्रतियोगिता आयोजित करने का निर्देश - 03 दिसंबर को नवस्थापित जिला स्कूल डायट कैंपस में होगा जिला स्तरीय आयोजन
जागरण संवाददाता, भागलपुर : दिव्यांग दिवस दिव्यांग बच्चों के लिए कई तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को 28 से 30 नवंबर तक प्रखंड स्तर पर प्रतियोगिता आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एक दिसंबर तक जिला मुख्यालय को सूची भेज देंगे। इसके बाद तीन नवंबर को नव स्थापित जिला स्कूल डायट कैंपस में जिला स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। जिसमें प्रखंड स्तर पर चयनित दिव्यांग खिलाड़ी भाग लेंगे।
जिला स्तर पर ट्राय साइकिल रेस, सौ मीटर और दो सौ मीटर पगबाधा दौड़, सुई धागा दौड़, सेक रेस दौड़, कबड्डी, डिस्कस थ्रो, गोला थ्रो आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। वहीं, दिव्यांग बच्चों के बीच कोविड संकट के दौरान शिक्षण में कठिनाई थीम पर चित्रकला और देश भक्ति गीत पर आधारित नृत्य- संगीत प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।
दृष्टि बाधित बच्चों के लिए ब्रेल लेखन, वाचन, नींबू चम्मच दौड़, पगबाधा दौड़, रस्सा कसी आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। सफल प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। वहीं, छात्रों के आने और सुरक्षित घर पहुंचाने की व्यवस्था भी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी करेंगे। इसके लिए राशि का आवंटन कर दिया गया है।