अलीगंज में राजनीतिक ह‍िंंसा का है पुराना इतिहास, मिर्जागंज पंचायत के दो मुखिया की हो चुकी है हत्‍या

जमुई के अलीगंज में राजनीतिक हिंसा का पुराना इतिहास रहा है। यहां पर मिर्जागंज पंचायत के दो मुखिया की हत्‍या हो चुकी है इसके अलावा भी कई और लोगों की हत्‍या की जा चुकी है। बताया जाता है कि पंचायत चुनाव के दौरान...

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 04:41 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 04:41 PM (IST)
अलीगंज में राजनीतिक ह‍िंंसा का है पुराना इतिहास,  मिर्जागंज पंचायत के दो मुखिया की हो चुकी है हत्‍या
जमुई के अलीगंज में राजनीतिक हिंसा का पुराना इतिहास रहा है।

जमुई [अरविंद कुमार सिंह]। पंचायत की राजनीतिक प्रतिद्वंदिता में अलीगंज की धरती पहले भी लाल होती रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को दरखा पंचायत के मुखिया जयप्रकाश प्रसाद उर्फ प्रकाश महतो हत्याकांड भी जुड़ गया। इसके पहले भलुआना में मुखिया पति तथा नोनी में पूर्व मुखिया की हत्या घर के समीप ही कर दी गई थी, जबकि मिर्जागंज पंचायत के मुखिया जगदीश प्रसाद महतो की हत्या सिकंदरा जमुई मार्ग पर डुंडो के समीप बम मारकर की गई थी।

इन सबसे पहले 2001 में निर्वाचित मुखिया शिवनंदन उर्फ बैरागी महतो की हत्या सिकंदरा-नवादा मार्ग पर बरडीह के समीप हुई थी। 2006 में इस्लाम नगर पंचायत से संभावित प्रत्याशी के तीन मासूम तथा मुखिया की वृद्ध मां एवं पुत्री की हत्या भी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता और फायदे की कड़ी में ही थी। हत्या की वारदातों के पश्चात पुलिस के खिलाफ आक्रोश फूटना भी यहां के लिए कोई नई बात नहीं है। मिर्जागंज पंचायत के मुखिया शिवनंदन प्रसाद उर्फ बैरागी महतो तथा कोदवरिया मुखिया पति गुज्जर यादव की हत्या के बाद भी लोगों का आक्रोश फूटा था। भलुआना में मुखिया पति की हत्या के बाद पुलिस को भागकर खुद की हिफाजत करनी पड़ी थी।

मिर्जागंज पंचायत से निर्वाचित दो मुखिया की हो चुकी है हत्या

मिर्जागंज पंचायत के ही दो-दो मुखिया की अलग-अलग घटनाओं में हत्या की जा चुकी है। पहली घटना सिकंदरा बाजार से घर लौटते समय दिघौत निवासी मुखिया शिवनंदन प्रसाद उर्फ बैरागी महतो की हत्या बरडीह मोड़ के समीप अपराधियों ने कर दी थी। तब भी काफी बवाल मचा था और पुलिस को भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। दूसरी घटना जमुई- सिकंदरा मार्ग पर तत्कालीन मुखिया जगदीश महतो की हत्या 10 अप्रैल 2006 को बम मारकर डुंडो नहर के समीप कर दी गई थी। मुखिया बोलेरो पर सवार होकर अपने गांव बरडीह लौट रहे थे। जगदीश महतो के पुत्र शैलेंद्र महतो तब कई मामलों के आरोप में जेल में कैद थे। यहां बताना लाजिमी है कि बैरागी की हत्या का आरोप शैलेंद्र महतो पर ही लगा था।

जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष के करीबी थे निरंजन

29 दिसंबर 2020 को नोनी गांव में पूर्व मुखिया निरंजन सिंह की हत्या घर से 100 मीटर की दूरी पर अपराधियों ने कर दी थी। उक्त हत्याकांड में तत्कालीन मुखिया पति अजय यादव सहित चार लोग नामजद हुए थे। निरंजन सिंह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के अत्यंत करीबी थे। 

गोलियों की बौछार और बमों के प्रहार से गूंज उठा था इलाका

कोदवरिया पंचायत की मुखिया पारो देवी के पति राजेश यादव उर्फ गुज्जर यादव को अपराधियों ने 30 जून 2021 की अहले सुबह घर के समीप ही गोलियों और बमों के प्रहार से मौत की नींद सुला दी थी। तब गोलियों की बौछार और बमों के प्रहार से इलाका गूंज उठा था।

तीन मासूम की हत्या से फैली थी सनसनी

जमुई : 2006 पंचायत चुनाव की डुगडुगी बज चुकी थी। अन्य पंचायतों की तरह इस्लामनगर में भी मुखिया पद के लिए जोर आजमाइश करने वाले संभावित अभ्यर्थियों के नाम पर चर्चा का दौर जारी था। नामांकन हुआ नहीं की लहू की धारा बहने लगी। एक ही रात में नेपाली यादव के घर से अगवा कर तीन मासूमों की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। लोगों की नींद उक्त मनहूस खबर के साथ खुली थी। तब हत्या का आरोप तत्कालीन मुखिया कृष्ण नंदन यादव सहित आठ पर लगे थे। बाद में मुखिया कृष्णनंदन की वृद्ध मां तथा मानसिक तौर पर पीडि़त बेटी की हत्या की भी खबर आई। उक्त मामले में निर्वाचित हो चुकी मुखिया के पति नेपाली यादव का नाम आया। वैसे उक्त दोनों घटनाओं में अपनों के द्वारा ही राजनीतिक लाभ के लिए खून बहाए जाने की चर्चाएं भी खूब होती रही। बाद के दिनों में नेपाली ने अपराध जगत में ऐसा कदम रखा कि अलीगंज इलाके में उसकी मर्जी चलती थी।

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