जमुई में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 10 वर्षों से फरार नक्सली सेक्शन कमांडर को जंगल में पकड़ा
जमुई पुलिस के हत्थे चढ़ा 10 वर्षों से फरार नक्सली सेक्शन कमांडर सपन मांझी। सेंट्रल कमेटी सदस्य विवेक दा के दस्ते का है प्रमुख सदस्य। बरहट के खिरिया जंगल में पुलिस को मिली यह बड़ी सफलता। उससे पूछताछ की गई।
संवाद सहयोगी, जमुई। नक्सलियों के खिलाफ पुलिस को एक बार फिर बड़ी सफलता हाथ लगी है। मंगलवार को पुलिस ने बरहट थाना क्षेत्र के खिरिया जंगल में छापेमारी कर दस वर्षों से फरार नक्सली सेक्सन कमांडर सपन मांझी उर्फ तालो संथाल उर्फ बोरेन को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार सपन चरकापत्थर थाना क्षेत्र के चिल्काखार गांव का रहने वाला है। गिरफ्तारी की पुष्टि एसपी प्रमोद कुमार मंडल ने की है।
एसपी ने बताया कि सूचना मिली थी कि खिरिया जंगल में कुछ नक्सली लेवी की राशि वसूलने पहुंच रहे हैं। जिसके बाद एएसपी अभियान सुधांशु कुमार के नेतृत्व में विशेष छापेमारी टीम का गठन किया गया। उक्त टीम ने खिरिया जंगल में त्वरित छापेमारी कर एक नक्सली को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसकी पहचान सपन मांझी के रूप में की गई। सपन के खिलाफ जमुई के बरहट, सोनो तथा खैरा थाना में कुल आठ मामला दर्ज हैं। इसके अलावा झारखंड के भी कई थाने में उसके खिलाफ नक्सल मामले दर्ज हैं।
उन्होंने बताया कि सपन ईस्टन रिजनल ब्यूरो सेंट्रल कमेटी के सदस्य विवेक उर्फ प्रयाग दा के दस्ते का प्रमुख सदस्य है। सपन की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता है। पूछताछ में उसने शीर्ष नक्सली अरविंद यादव, प्रवेश दा तथा पिंटू राणा के बारे में कई अहम जानकारी पुलिस को दी है। उसके द्वारा दी गई जानकारी पर पुलिस काम कर रही है। बता दें कि दो दिन पूर्व भी पुलिस ने खैरा थाना क्षेत्र के कोड़ासी जंगल से शीर्ष नक्सली अरविंद यादव के खास सहयोगी सिकंदरा राजाडीह निवासी बैधनाथ यादव को गिरफ्तार किया था।
सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाई से नक्सली संगठन बैकफुट पर है। छापेमारी अभियान में बरहट थानाध्यक्ष चितरंजन कुमार, सहायक कमाडेंट कोड़ासी 32वीं वाहिनी आलोक कुमार, सीआरपआएफ 215 बरहट के सहायक कमांडेंट अमर राज, अभियान दल के पुअनि अरविंद कुमार एवं नक्सल सेल के सदस्य शामिल थे। पुलिस पूछताछ कर रही है।