जमुई के कोड़ासी जंगल से पुलिस की बड़ी कार्रवाई, हार्ड कोर नक्‍सली अरविंद यादव का सहयोगी गिरफ्तार

जमुई पुलिस ने कोड़ासी जंगल में बड़ी कार्रवाई की है। हार्ड कोर नक्‍सली अरविंंद यादव के खास सहयोगी को गिरफतार किया है। पुलिस की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। नक्‍सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए जुटे थे।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 03:57 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 03:57 PM (IST)
जमुई के कोड़ासी जंगल से पुलिस की बड़ी कार्रवाई, हार्ड कोर नक्‍सली अरविंद यादव का सहयोगी गिरफ्तार
जमुई पुलिस ने कोड़ासी जंगल में बड़ी कार्रवाई की है।

संवाद सहयोगी, जमुई! नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे छापेमारी अभियान में पुलिस को एक बार फिर सफलता हाथ लगी है। शनिवार को खैरा पुलिस ने एसएसबी के सहयोग से गुप्त सूचना के आधार पर कोड़ासी जंगल से एक नक्सली को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नक्सली की पहचान सिकंदरा थाना क्षेत्र के राजाडीह गांव निवासी बैधनाथ यादव के रूप में हुई है।

थानाध्यक्ष सिद्धेश्वर पासवान ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि ढाव-काश्मीर तथा उससे सटे कोड़ासी जंगल में नक्सली नेता अरविंद यादव एवं पिंटू राणा के नेतृत्व में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए नक्सलियों का जमावड़ा लगा है। सूचना पर एसएसबी जवानों के सहयोग से उक्त जंगल में सर्च अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान पुलिस को देख नक्सली घने जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले। जबकि मौके से एक नक्सली बैधनाथ यादव को गिरफ्तार कर लिया गया।

थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार बैधनाथ शीर्ष नक्सली अरविंद यादव का खास सहयोगी है। अरविंद के इशारे पर ही वह इलाके में नक्सलियों को मदद करता है। खैरा थाना कांड संख्या 230/21 का बैधनाथ नामजद आरोपित है। अन्य थाने में भी उसके आपराधिक रिकार्ड की जानकारी के बारे में पता लगाया जा रहा है। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है। मौके पर एसएसबी के सहायक कमाडेंट बलवंत सिंह, उप निरीक्षक विशाल चौधरी, सामान्य आरक्षी मुकेश कुमार, विजय कुमार, अजीत कुमार यादव आदि कई पदाधिकारी एवं जवान मौजूद थे। बता दें कि खैरा का जंगली इलाका हमेशा से नक्सलियों का सेफजोन रहा है। यहां के जंगलों में कई दफा पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की घटना घट चुकी है। इसमें नक्सलियों के साथ पुलिस को भी नुकसान उठाना पड़ा है। बीच में सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाई से नक्सली बैकफुट पर थे लेकिन एक बार फिर नक्सली इस जंगल में अपनी पैठ मजबूत करने के फिराक में हैं। 

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