Bihar : विश्व के सबसे बड़े कैनवास पर दिखेंगे पीएम मोदी... बिहार के मशहूर चित्रकार राजीव राज ने शुरू की कसरत, पूर्व पीएम वाजपेयी का 37 फीट लंबा बना चुके हैं पेंटिंग

दुनिया के सबसे बड़े कैनवास पर पीएम मोदी जल्‍द नजर आएंगे। इसके लिए बिहार के मसहूर चित्रकार राजीव राज ने कसरत शुरू कर दिया है। जल्‍द ही इसे मूर्त रूप दिया जा सकेगा। इससे पहले वह पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की साढ़े 37 फीट लंबी तस्‍वीर बना चुके हैं।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 05:13 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 05:13 PM (IST)
Bihar : विश्व के सबसे बड़े कैनवास पर दिखेंगे पीएम मोदी... बिहार के मशहूर चित्रकार राजीव राज ने शुरू की कसरत, पूर्व पीएम वाजपेयी का 37 फीट लंबा बना चुके हैं पेंटिंग
दुनिया के सबसे बड़े कैनवास पर पीएम मोदी जल्‍द नजर आएंगे।

पूर्णिया [प्रकाश वत्स]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही विश्व के सबसे बड़े कैनवास पर दिखेंगे। नमो की विश्व की सबसे लंबी पेंटिंग बनाने की कसरत शुरु हो गई है। पूर्णिया के ख्यातिप्राप्त चित्रकार राजीव राज गत एक माह से इस जतन में जुटे हुए हैं। जल्द ही इस कार्य योजना को मूर्त रुप देने का लक्ष्य है। राजीव राज सन 2018 में महज तीस घंटे में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की साढे 37 फीट लंबी व चौड़ी पेंटिंग बनाकर लिम्का बुक आफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवा चुके हैं। इसके अलावा इंटरनेशनल बुक आफ रिकार्ड, एशिया बुक पर रिकार्ड व इंडिया बुक आफ रिकार्ड में भी उनका नाम दर्ज है। इस बार 38 से 40 फीट लंबी पेंटिंग तैयार करने की उनकी योजना है।

नमो के वैश्विक कद को कैनवास पर उतारने का लक्ष्य\

अपनी अनूठी पेंटिंगको लेकर कला के क्षेत्र में बिहार सरकार के राधामोहन पुरस्कार से पुरस्कृत राजीव राज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूर्व पीएम अटल की तरह अपने समय का विश्व का सबसे कद्दावर नेता मानते हैं। उनकी इस छवि को वे विश्व के सबसे बड़े कैनवास उकेरना चाह रहे हैं। अगले चार माह के अंदर ही इसे अमलीजामा पहुंचाने का उनका लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि यह कार्य वे पूरी तरह राष्ट्रीय भावना से कर रहे हैं। वे इस पेंटिंग के जरिए कैनवास पर भी अपने देश को सबसे सशक्त दिखाना चाह रहे हैं।

तिरंगा के तीन रंगों का होगा इस्तेमाल\

पूर्व पीएम की पेंटिंग की तरह नमो की पेंटिंगबनाने में भी श्री राज ने तिरंगे के तीन रंगों का ही इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है। साथ ही अटल की पेंटिंग बनाने में लगे तीस घंटे से कम समय में इसे पूरा करने का लक्ष्य उन्होंने रखा है। अटल की पेंटिंग में ढाई फीट लंबे व ढाई फीट चौड़े कुल 225 कैनवास को जोड़कर पेंटिंग तैयार की गई थी, इस बार तकरीबन 230 कैनवास के टुकड़े के उपयोग का लक्ष्य है।

अंतरराष्ट्रीय पेंटिंग प्रदर्शनी में शिरकत कर चुके हैं राजीव\

अपनी दुर्लभ पेंटिंग के लिए लगातार चर्चा मेंं रहने वाले राजीव राज एक वर्ष पूर्व जापान के टोक्यो व स्विटजरलैंड में आयोजित अंतरराष्ट्रीय पेंटिंग प्रदर्शनी में शिरकत कर चुके हैं। वहां उन्हें खूब सम्मान भी मिला था। कोसी नदी के उदगम से संगम तक के सौ से ज्यादा पेंटिंग वे तैयार कर चुके हैं। उन्हें कोसी पेंटिंग शैली का जनक भी कहा जाता है। कौशिकी नामक चित्रकथा का प्रकाशन भी उनके द्वारा किया गया है। पूर्णिया जिला का लोगो डिजाइन करने का श्रेय भी उन्हें ही है। विश्व का पहला फोर विजन पेंटिंग बनाने का श्रेय भी उन्हें ही प्राप्त है। फिलहाल श्री राज पूर्व पीएम अटल की सबसे लंबी पेंटिंग को संरक्षित करवाने के प्रयास में भी जुटे हुए हैं। इसको लेकर उन्होंने पीएमओ को पत्र भी लिखा है।

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