PM Kisan Samman Yojana: कोसी-सीमांचल के फर्जी किसानों पर नहीं हो रही कार्रवाई, हजारों गरीब किसान सम्मान के लिए भटक रहे
कोसी और सीमांचल में कई फर्जी किसान पीएम किसान सम्मान योजना का लाभ उठा रहे हैं। ऐसे किसानों पर अब तक कार्रवाई नहीं हो सकी है। वहीं दूसरी ओर हजारों ऐसे गरीब किसान हैं जिन्हें इसका लाभ नहीं मिल रहा है। ऐसे में...
संस,सहरसा। लघु एवं सीमांत किसानों को कृषि कार्य के लिए सहयोग प्रदान के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रारंभ किए गए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग हुआ । एकतरफ हजारो वास्तविक लाभुक योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए परेशान हैं।
अंचल से जिलास्तर के अधिकारियों की लापरवाही के कारण इन लाभुकों को जहां योजनाा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। वहीं दूसरी तरफ बड़ी संख्या में आयकर रिटर्न भरनेवाले लोग भी इसका लाभ उठाते रहे। मामला सामने आने पर गत वर्ष पूरे राज्य में जांच की गई थी। अनहर्ता रखनेवाले ऐसे लाभुकों से राशि वापस करने का निर्देश प्राप्त हुआ, परंतु विभाग को एक वर्ष बाद भी इस कार्य में सफलता नहीं हासिल हुई है।
जिले में अनहर्ता रखनेवाले 841 लाभुक हुए चिन्हित
सहरसा जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना प्रारंभ होने से लेकर अबतक तीन लाख 38 हजार 811 किसानों ने आवेदन किया, परंतु तकनीकी कारणों से बहुत से आवेदनों का निष्पादन नहीं हो पाया। नए प्रावधान के अनुसार अब वैसे किसानों का आवेदन भी अग्रसारित नहीं होगा, जिनके स्वयं के नाम लगान रसीद नहीं है। बावजूद इसके जिले के दो लाख 84 हजार 151 किसान इस योजना का लाभ ले रहे हैं।
इसमें विभाग द्वारा अनहर्ता रखनेवाले 841 ऐसे किसानों को चिह्नित किया गया, जो आयकर रिर्टन भरते हैं। गत वर्ष ही विभाग ने जहां ऐसे लाभुकों से राशि वापस कराने का निर्देश दिया था, वहीं जिलाधिकारी को जिलास्तरीय टीम के माध्यम से ऐसे और लाभुकों की जांच कराने की बात कही थी। हालांकि जांच में कोई नया मामला नहीं आया है, परंतु अनहर्ता रखनेवाले इन तथाकथित किसानों से राशि वापस कराने में विभाग अबतक अक्षम साबित हुआ है।
प्रारंभिक दौर में विभाग का इस संबंध में स्पष्ट निर्देश नहीं था। जिसके कारण आयकर रिटर्न भरने लाभुकों को भी योजना का लाभ मिलने लगा। बाद में जब ऐसे लाभुकों के संबंध में आदेश प्राप्त हुआ, तो इनलोगों को चिह्नित कर राशि वापस कराने की कार्रवाई चल रही है। कुछ लाभुकों ने राशि वापस भी किया, शेष से शीघ्र ही राशि वापस कराया जाएगा। - दिनेश प्रसाद सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी, सहरसा।