पीरपैंती के मक्का, चावल और पत्थर की अब देशभर में होगी सप्लाई, जानिए क्या है योजना
पीरपैंती के मक्के और चावन का स्वाद अब पूरे देश के लोग चखेंगे। इसकी बढ़ती मांग को लेकर सरकार ने एक योजना तैयार किया है। इसके तहत चावन मक्का और यहां के पत्थर की सप्लाई अब पूरे देश में की जाएगीी।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। भागलपुर के पीरपैंती से मक्का, चावल और स्टोन (पत्थर) की आपूर्ति देश के हर हिस्सों में शुरू हो गई है। यहां का मक्का और चावल लोगों के जायका का स्वाद बढ़ा रहा है। दक्षिण भारत सहित अन्य शहरों में मालगाड़ी से आपूर्ति की जा रही है। कोरोना की वजह से अभी लोङ्क्षडग का काम रोक दिया गया है।
कई जिलों के व्यापारियों को राहत
पीरपैंती से मक्का, चावल की लोङ्क्षडग शुरू होने से कई जिलों के व्यापारियों को राहत मिलेगी। भागलपुर के अलावा खगडिय़ा, कटिहार, पूर्णिया के साथ झारखंड के कुछ जिलों के व्यापारी भी सीधे अपना माल मालगाड़ी से भेज सकते हैं। पीरपैंती से हर माह छह से सात गुड्स ट्रेनों से माल ढुलाई का लक्ष्य रखा गया है। यहां से मक्का और चावल के अलावा गिट्टी की भी ढुलाई होगी।
कोयला साइङ्क्षडग को किया गया डेवलप
पांच वर्ष पहले पीरपैंती से मालगाड़ी से कोयले की लोङ्क्षडग व अनलोङ्क्षडग होती थी। अब नहीं हो रही है। इस वजह से यह यार्ड बेजान पड़ा था, जिसे डेवलप कर मालदा रेल मंडल ने राजस्व बढ़ाने की नई तरकीब निकाली है। इसके लिए पुराने कोयला साइङ्क्षडग को नया स्वरूप दिया गया है।
लोगों को मिल रहा रोजगार
पीरपैंती जैसे छोटे स्टेशन से मालगाड़ी चलने से रेलवे का राजस्व तो बढ़ा ही है। साथ ही मक्का, चावल और स्टोन (पत्थर) के व्यापारियों को भी दूसरे राज्यों में अपने उत्पाद भेजने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। यहां लोगों को रोजगार भी मिलने लगा है।
दरअसल, इसके लिए यहां के स्थानीय लोग काफी पहले से मांग कर चुके है। इसकी शुरुआत हो जाने के बाद स्थानीय स्तर पर रोजगार के साथ साथ उस पर आधिरित दूसरे तरह के उद्योग को भी बल मिलेगा। इससे इस क्षेत्र में संपन्न्ता बढ़ेगी।