सिल्क सिटी के लोगों को इस गर्मी नहीं झलेना होगा बिजली संकट, जानिए क्या है बिजली विभाग की तैयारी

भागलपुर में इस बार गर्मी में लोगों को बिजली की किल्लत का सामना नहीं करना होगा। गर्मी से पहले भीखनपुर सीटीएस सहित तीन नए उपकेंद्र चालू हो जाएंगे। इससे अन्य फीडरों पर दबाव कम हो जाएगा। इससे लोगों को राहत मिलेगी।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 09:26 AM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 09:26 AM (IST)
सिल्क सिटी के लोगों को इस गर्मी नहीं झलेना होगा बिजली संकट, जानिए क्या है बिजली विभाग की तैयारी
भागलपुर में इस बार गर्मी में लोगों को बिजली की किल्लत का सामना नहीं करना होगा।

 जागरण संवाददाता, भागलपुर। इस बार गर्मी में शहरवासियों को बिजली संकट से काफी हद तक राहत मिलेगी। बिजली कटौती की समस्या नहीं झेलनी होगी। दरअसल, जल्द ही भीखनपुर, सीटीएस सहित तीन नए उपकेंद्र चालू हो जाएंगे। इससे फीडरों पर दबाव कम होगा। लिहाजा ब्रेकडाउन और ट्रिङ्क्षपग की समस्या कम होगी। ब्रेकडाउन होने पर वैकल्पिक लाइन से संबंधित फीडर से जुड़े उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति की जाएगी।

भागलपुर शहरी क्षेत्र में सिविल सर्जन, टीटीसी, मायागंज, बरारी, जेल, मोजाहिदपुर, अलीगंज, नाथनगर उपकेंद्र हैं। भीखनपुर, सीटीएस, टीएनबी कॉलेजिएट व मेडिकल कॉलेज परिसर में नए उपकेंद्र का निर्माण कराया जा रहा है। भीखनपुर में गैस इंसुलेटेड पावर सब स्टेशन मार्च में चालू हो जाएगा। इस उपकेंद्र से एक लाख से अधिक आबादी को बिजली मिलेगी। वहीं टीटीसी उपकेंद्र को सबौर ग्रिड से जोड़ दिया गया है। अब इस उपकेंद्र को ग्रिड से सीधे बिजली मिलेगी। वर्तमान में इस उपकेंद्र को सिविल सर्जन उपकेंद्र से बिजली आपूर्ति की जा रही है। ग्रिड से टीटीसी को ग्रिड से सीधे बिजली मिलने और भीखनपुर में बने नए उपकेंद्र के चालू होने से सीएस उपकेंद्र का दबाव भी कम जाएगा।

बदले जा रहे पुऱाने पोल, ट्रांसफार्मर व तार

शहर में 1500 एलटी और 1000 किलोमीटर पुराने तार बदलने का काम चल रहा है। कई इलाकों में बदले जा चुके हैं। शहरी क्षेत्र में 775 ट्रांसफार्मर और 9750 खंभे हैं। सभी पुराने खंभे बदले जा रहे हैं। कंक्रीट पोल लगाए जा रहे हैं। लोड के हिसाब से 100 केवी की जगह 200 केवी के ट्रांसफार्मर बदले जा रहे हैं। 775 में 600 जगहों में 200 केवी के ट्रांसफार्मर पोल पर चढ़ाए जा चुके हैं। अक्टूबर-नवंबर तक काम पूरा होगा।

उपकेंद्रों के बदले गए उपकरण, बढ़ाई गई क्षमता

सिविल सर्जन, मायागंज, टीटीसी उपकेंद्र के पावर ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़कार 10 से 15 व 25 तक कर दी गई है। इन उपकेद्रों के पुराने उपकरण भी बदले गए है, जबिक अन्य उपकेद्रों में पावर ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने और उपकरण बदलने का काम चल रहा है।

कब कितनी खपत हुई बिजली

सबौर ग्रिड के अनुसार

- 11 बजे सुबह : 48 मेगावाट

- दो बजे दोपहर : 41 मेगावाट

- 4 बजे शाम : 39 मेगावाट

- 8 बजे रात : 53 मेगावाट

-अप्रैल से अक्टूबर तक 78 से 90 मेगावाट तक बिजली खपत हो सकती है

-ठंड में 2 लाख यूनिट और गर्मी में बढ़कर 4 लाख हो जाती है बिजली की खपत

-शहरी क्षेत्र में 1.70 लाख उपभोक्ता

-खपत के मुताबिक प्रतिमाह 13 से 14 करोड़ बिजली बिल का हो रहा भुगतान

-सरकारी विभागों पर 600 करोड़ से अधिक बिल बकाया

-बकाए की राशि 1.5 करोड़ में तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय ने 21 लाख रुपये किया भुगतान।

कई जगह तार, पोल, ट्रांसफार्मर बदले जा चुके हैं। विद्युत उपकेंद्रों के पुराने उपकरण बदलने के साथ पावर ट्रांसफार्मर की भी क्षमता बढ़ाई जा रही है। नए उपकेंद्र बनाए जा रहे हैं। अन्य सालों की अपेक्षा इस बार गर्मी में बिजली की गंभीर समस्या उत्पन्न नहीं होगी।

- श्रीराम ङ्क्षसह, अधीक्षण अभियंता, एसबीपीडीसीएल, भागलपुर आपूर्ति क्षेत्र।  

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