भागलपुर जंक्शन पर स्मैक और नशीली टिकिया के साथ पकड़ी गई पायल ने खुद को बताया निर्दोष, बांग्लादेश की है रहने वाली...

भागलपुर जंक्‍शन पर स्‍मैक और नशीली टिकिया के साथ पकड़ी गई पायल ने कोर्ट में खुद को निर्दोष बताया है। वह बांग्‍लादेश की रहने वाली है। 24 नवंबर 2018 की शाम ब्रह्मपुत्र मेल से भागलपुर रेलवे स्टेशन पर पकड़ा गया था।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sun, 04 Apr 2021 08:36 AM (IST) Updated:Sun, 04 Apr 2021 08:36 AM (IST)
भागलपुर जंक्शन पर स्मैक और नशीली टिकिया के साथ पकड़ी गई पायल ने खुद को बताया निर्दोष, बांग्लादेश की है रहने वाली...
स्‍मैक और नशीली टिकिया के साथ पकड़ी गई पायल ने कोर्ट में खुद को निर्दोष बताया है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-11 अतुलवीर सिंह की अदालत में शनिवार को बांग्लादेशी बंदी शहादत हुसैन उर्फ पायल का बयान दर्ज किया गया। पायल को कड़ी सुरक्षा में शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा से कोर्ट लाया गया था। जहां न्यायाधीश ने उसपर लगे आरोपों से मुतल्लिक चंद सवाल किए जिसके जवाब में उसने खुद को निर्दोष बताया। विशेष लोक अभियोजक श्रीधर कुमार सिंह न्यायिक कार्यवाही में भाग लेते हुए अभियोजन का पक्ष रखा। पायल की तरफ से प्राधिकार की तरफ से पैनल अधिवक्ता थे।

मालूम हो कि 24 नवंबर 2018 की शाम ब्रह्मपुत्र मेल से भागलपुर रेलवे स्टेशन पर उतरे शहादत को रेल थानाध्यक्ष श्रीकांत मंडल ने तब गिरफ्तार कर लिया था। उसके पास से स्मैक, नशीली टिकिया समेत अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की गई थी। तब उसने खुद को किन्नर के रूप में प्रस्तुत किया था लेकिन मेडिकल जांच में वह पुरुष निकला था। वह दिल्ली में बिना पासपोर्ट के बांग्लोदश से प्रवेश कर वहां ड्रग पैडङ्क्षलग का काम करता था।

सोरण सरदार के संरक्षण में रहता था पायल

शहादत उर्फ पायल ने गिरफ्तारी बाद यह बयान दिया था कि दिल्ली में अवैध तरीके से बिना पासपोर्ट के बांग्लादेश के एकरा गांव से लाया गया था। वहां वेश बदल कर सोरण सरदार के संरक्षण में रहकर मादक पदार्थ की आपूर्ति हुक्का बार समेत क्लबों में किया करता था। उस दौरान उसका एक बड़ा गिरोह भी तैयार हो गया था। पुलिस से बचने के लिए नकली किन्नर बन सार्वजनिक जगहों से गुजर कर मादक पदार्थ की आपूर्ति का काम आसानी से कर रहा था। मालदा जाने के क्रम में वह भागलपुर रेलवे स्टेशन पर पानी लेने उतरा था। तभी उसकी गाड़ी छूट गई थी। उस दौरान वह पुलिस की निगाह में आ गया था।

पूरी हो चुकी है सारी गवाही

बांग्लादेशी बंदी शहादत मामले में अभियोजन पक्ष की सभी गवाहियां पूरी की जा चुकी है। मामला अब फैसले के मुकाम के करीब जा पहुंचा है। न्यायालय में शनिवार को बयान दर्ज कर लिया गया। बयान में उसने अपने उपर लगे सभी आरोपों को गलत कह खुद को निर्दोष बताया है।

दिल्ली में सिराज ने बनवा दिया था आधार कार्ड

दिल्ली के सराय काले खां इलाके में सक्रिय सिराज नामक एजेंट के जरिए शहादत ने भारत में बांग्लादेशी होते हुए भी अवैध तरीके से आधार कार्ड तैयार करा लिया था। यहां किन्नरों के वेश में रहते हुए बांग्लादेशी स्मैक जिसे वहां यावा कहा जाता था, उसे लाकर बेचा जाता था। उसी कड़ी में नशीली टिकिया भी बेची जाती थी जो हुक्का बार और क्लबों में अमीरजादे आसानी से खरीद लेते थे।  

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