ई-संजीवनी से मरीजों को मिल रहा ओपीडी सेवा का लाभ, जमुई में इस तरह ग्रामीण इलाके के लोग डॉक्‍टर से ले रहे सलाह

ई-संजीवनी के माध्‍यम से मरीज घर बैठे ओपीडी सेवा का लाभ उठा रहे हैं। इसस सेवा से सबसे अधिक लाभ ग्रामीण इलाके के लोग उठा रहे हैंं। उन्‍हें अस्‍पताल का चक्‍कर नहीं लगाना पड़ रहा है। इससे उन्‍हें ...!

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 04:44 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 04:44 PM (IST)
ई-संजीवनी से मरीजों को मिल रहा ओपीडी सेवा का लाभ, जमुई में इस तरह ग्रामीण इलाके के लोग डॉक्‍टर से ले रहे सलाह
ई-संजीवनी के माध्‍यम से मरीज घर बैठे ओपीडी सेवा का लाभ उठा रहे हैं।

संवाद सूत्र, सिकंदरा(जमुई)। डिजिटल सेवाओं के प्रति लोगों का रूझान बढ़ाने को लेकर स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह क्रियाशील हो चुकी है। दरअसल, कोरोनाकाल में स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोत्तरी से लेकर लोगों को अधिक अधिक से सुविधाएं घर बैठे ही मिले, इसके लिए अब ई-संजीवनी के माध्यम से लोग ओपीडी सेवा के साथ अन्य स्वास्थ्य लाभ ले सकेंगे। आनलाइन सेवाओं के तहत स्वास्थ्य विभाग ने डाक्टर्स के चक्कर लगाने की टेंशन को भी खत्म कर दिया है। इसके जरिये घर से बाहर जाने की बजाय ओपीडी की सेवाओं का घर बैठे ही लाभ उठाया जा सकता है। ई-संजीवनी एप के जरिए टेलीमेडिसिन सेवा को विस्तार दिया गया है।वहीं अस्पतालों में शारीरिक दूरी का ख्याल और भीड़ को कंट्रोल करने उद्देश्य से सेवा लागू की गई है।

आनलाइन इलाज में मिलेगी सहूलियत

ई-संजीवनी एप या वेबसाइट के जरिये मरीज खुद का रजिस्ट्रेशन करेंगे जिससे उन्हें ओपीडी सेवा का लाभ मिलने के साथ आनलाइन इलाज में सहूलियत मिलेगी। इसमें जिला अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी, मेडिकल कालेज व प्राइवेट डाक्टर्स को रजिस्टर किया गया है। मरीजों को डाक्टर्स का पूरा टाइम और सही कंसल्टेशन मिले, इसके लिए पूरा ध्यान रखा गया है। कम्यूनिटी हेल्थ आफिसर, एएनएम को भी इसमें रजिस्टर किया गया है ताकि मरीज और उनके एटेंडेंट््स को वह जानकारी दे सकें। इस एप में डाक्टर को काल करने की सुविधा भी दी गई है।

कंसल्टेंसी सेवा लिए कैसे करेंगे डाउनलोड

कंसल्टेंसी सेवा के लिए अपने स्मार्टफोन में गूगल प्ले स्टोर से ई-संजीवनी एप डाउनलोड करें। इसके बाद अपना नाम, पता और मोबाइल नंबर दर्ज करें और रजिस्ट्रेशन करवाएं। रजिस्ट्रेशन होने के बाद डाक्टर्स की लिस्ट चेक करें। उपलब्धता के आधार पर डाक्टर्स का एप्वाइंटमेंट लें। डाक्टर के फीड गए किए रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर काल कर परामर्श भी ले सकते हैं। मरीज को कोई पुरानी रिपोर्ट, एक्स-रे या अल्ट्रासाउंड दिखाना है तो उसे अपलोड करने का भी विकल्प बना है। हालांकि, जिन लोगों के पास स्मार्टफोन नहीं है वे अपने नजदीकी क्रियाशील हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर उपलब्ध कम्युनिटी हेल्थ आफिसर के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श ले सकते हैं।

एप के जरिये ही डाक्टर मरीज को भेजेंगे प्रिस्क्रिप्शन

इसमें डाक्टर एप के जरिये उन मरीजों का प्रिस्क्रिप्शन अर्थात परामर्श भेजेंगे ताकि मरीज आसानी से डाक्टर के परामर्श के मुताबिक सही और सटीक इलाज में परेशानी होने से बच सकें। इसमें डाक्टर के डिजिटल साइन भी होंगे ताकि मरीज को दवाइयां या जांच में किसी प्रकार की परेशानी न हो पाए। ईञसंजीवनी ओपीडी सेवा के लिए प्रखंडवार एक-एक चिकित्सक प्रतिनियुक्त किए गए हैं।

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कोरोना वायरस का संक्रमण कम जरूर हुआ है लेकिन खत्म नहीं हुआ है। कोविड प्रोटोकाल का पालन ही इससे बचाव का रास्ता है। संक्रमण के इस दौर में जनरल मरीजों को घर बैठे ही इलाज दिया जा सके। इसके लिए ई-संजीवनी एप की सुविधा प्रदान की जा रही है। बीमारी से बचाव के लिए लोगों के लिए यह सेवा सचमुच संजीवनी साबित होगा। लोगों को चाहिए कि आनलाइन सेवाओं का अधिक से अधिक फायदा उठाएं।

- सुधांशु नारायण लाल, डीपीएम, जमुई।

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