Bhagalpur News: कोरोना के कोहराम से बचने को घरों में कैद हुए यात्री, निगम की सभी बसें बंद
Bhagalpur News पथ परिवहन निगम के अधीन चलने वाली बेगूसराय सहित कई जगहों की प्राइवेट बसों के परिचालन पर भी असर। बसों के परिचालन बंद होने से निगम को प्रतिदिन ढाई-तीन लाख राजस्व का नुकसान हो रहा है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। पैसेंजर घर में हुए कैद, बिहार राज्य पथ परिवहन के सभी बसों का परिचालन बंद। यही नहीं निगम के अधीन चलने वाली बेगूसराय सहित कई जगहों की प्राइवेट बस सेवा पर भी असर पड़ा है। कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के लिए गत पांच मई से सूबे में लॉकडाउन लगाया गया है। लेकिन जरूरतमंदों को एक जगह से दूसरे जगह आने-जाने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े इसलिए बसों के परिचालन पर सरकारी स्तर पर रोक नहीं लगाई गई। लेकिन गाइडलाइन के अनुसार बसों में 50 फीसद ही यात्रियों को बैठाने की स्वीकृति दी गई। लेकिन लॉकडाउन लगने के दो-तीन दिन बाद ही यात्रियों पर इसका असर दिखने लगा। बसों में 20-25 फीसद भी यात्री नहीं मिलने लगे।
नतीजतन, 18 बसों में 10 गाड़ियों का परिचालन बंद करना पड़ा। कोरोना के कोहराम से बचने के लिए लोग एहतियात बरतने लगे हैं। लोग सफर करने से बच रहे है। घर में सुरक्षित रहना पसंद कर रहे हैं। यही वजह है कि बसों में यात्री नहीं मिल रहे हैं। यात्रियों के अभाव में पटना सहित निगम ने सभी जगहों के बसों का परिचालन बंद कर दिया है। दो दिनों से परिचालन बंद है। बसों के परिचालन की यही स्थिति पब्लिक पार्टनरशिप के तहत निगम के अधीन चलने वाली बसों की भी है। यात्रियों के अभाव में अधिकांश जगहों की बस सेवा बंद है। इधर, बसों के परिचालन बंद होने से निगम को प्रतिदिन के हिसाब से ढाई से तीन लाख राजस्व का नुकसान हो रहा है।
बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के डिपो अधीक्षक आरएन दुबे ने कहा कि यात्रियों के अभाव में निगम की सभी के 18 बसों का परिचालन बंद कर दिया गया है। कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए आम लोग एहतियात बरत रहे हैं। ऐसी स्थिति में यात्रियों की कमी होने के कारण निगम के अधीन और डिपो से चलने वाली बेगूसराय सहित कई प्राइवेट बसों का परिचालन भी नहीं हो रहा है। इक्के-दुक्के बस ही चल रही है। पटना की सिर्फ एक बस सुबह वाली चल रही है।