सात बच्चों में तीन बेटियों को बेसहारा बना पंजाब चले गए माता-पिता, बिहार के जमुई में दर-दर भटक रहीं बच्चियां

बिहार के जमुई में एक माता-पिता ने अपने तीन बेटियों को बेसहारा बना पंजाब चले गए। सात संतान में दो की शादी हो चुकी है। दो पुत्र को अपने साथ लेते गए। यह घटना की हर ओर चर्चा हो रही है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 04:27 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 04:27 PM (IST)
सात बच्चों में तीन बेटियों को बेसहारा बना पंजाब चले गए माता-पिता, बिहार के जमुई में दर-दर भटक रहीं बच्चियां
जमुई में तीन बच्चियों दर दर भटक रही है।

जागरण संवाददाता, जमुई। बिहार के जमुई में तीन मासूम बच्ची भटक रही है। तीनों के माता-पिता ने उसे छोड़ दिया है। उसके माता-पिता पंजाब चले गए। यहां गौर करने वाली बात यह है कि अपने साथ दोनों पुत्र को लेते गए हैं और तीन बच्चियों को छोड़ दिया है। जबकि दो बेटियों की शादी हो गई है।

इससे स्पष्ट है कि आज भी समाज बेटा-बेटी के बीच फर्क करने से बाज नहीं आ रहा है। जबकि बेटियां लगातार बेहतर मुकाम हासिल कर रहीं हैं। अपने स्वजनों के साथ गांव व देश का नाम भी रोशन कर रहीं हैं। लेकिन लक्ष्मीपुर थाना के दिघरा गांव की यह घटना मर्माहत करने वाली है।

अनिल बिंद को पांच पुत्री और दो पुत्र है। दो पुत्री की शादी हो चुकी है। तीन पुत्रियों में 12 वर्षीय वर्षा कुमारी, नौ वर्षीय आशा कुमारी तथा पांच वर्षीय शिवानी कुमारी और दो पुत्र माता-पिता के साथ रहते थे। शराबी पिता अनिल बिंद ने अपनी जरूरत के लिए सारी जमीन बेच दी। घर में खाने के लाले पड़ने लगे तो छह माह पूर्व तीनों पुत्री को छोड़कर वह पत्नी यशोदा देवी व दो पुत्रों के साथ पंजाब चला गया। ग्रामीणों ने बताया कि छह माह पूर्व तीनों बच्ची को छोड़कर उसके माता-पिता चले गए। तीनों गांव में भीख मांगकर अपना जीवन गुजार रही थी।

मंगलवार की शाम तीनों भीख मांगते-मागते लक्ष्मीपुर बाजार पहुंच गई। जिसके बाद उक्त लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। जानकारी पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों बहनों को थाना ले आई। पूछताछ में बड़ी बहन वर्षा ने पुलिस को बताया कि पापा-मम्मी हम तीनों को दवा लाने के बहाने बाजार जाने को कहा। जब हमलोग दवा लाने बाजार गए तो वे मम्मी और दोनों भाई को लेकर पंजाब चले गए। हम लोगों को कोई खाना नहीं दे रहा था तो भीख मांग कर अपना जीवन गुजार रही थी। बाद में थानाध्यक्ष ने मामले की जानकारी चाइल्ड लाइन को दिया। कोरोना एवं मेडिकल जांच करा तीनों बहनों को चाइल्ड लाइन को सुपुर्द कर दिया गया। चाइल्ड लाइन के सदस्य अभिषेक कुमार व ज्योति कुमारी ने बताया कि हमारी संस्था इस तरह दर-दर भटक रहे बच्चे को राह दिखाने के लिए अग्रसर है। तीनों बहनों को बेगूसराय बालिका सुधार गृह भेजा जाएगा।

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