रानीगंज में हर किसी में दहशत... जम्मू कश्मीर से न आ जाए अपनों कोई बुरी खबर
जम्मू कश्मीर में आतांकियों ने जिस तरह से बिहार के दो मजदूरों को निशाना बनाया है उससे हर कोई चिंतित हैं। दोनों मजदूर अररिया के रानीगंज के रहने वाले थे। यहां के कई और मजदूर भी वहां रह रहे हैं। ऐसे में यहां के लोब अब....
आनलाइन डेस्क, भागलपुर। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का कायराना हरकत जारी है। रविवार को जिस तरह से बिहार के दो मजदूरों की हत्या कर दी गई, उससे हर कोई चिंतित है। आतंकियों ने कुलगामा के वानपोह इलाके में अंधाधुंध फायरिंग की थी। इसमें बिहार के दो मजदूरों की मौत हो गई थी। दोनों अररिया के रहने वाले थे।
मृतकों में एक राजा ऋषिदेव है। राजा ऋषिदेव रानीगंज का रहने वाला था। स्थानीय लोगों की माने तो रानीगंज के कई और मजदूर वहां पर काम करने गए हैं। अब उनके स्वजन चिंतित हैं। वे सबसे ज्यादा इस बात को लेकर चिंतित हैं कि कही जम्मू कश्मीर से कोई बुरी खबर न आ जाए।
स्थानीय लोगों में गम और गुस्सा
मजदूरों पर हमला को लेकर स्थानीय लोगों में गम और गुस्सा का माहौल है। रविवार को खबर मिलते ही गांव के लोग जमा हो गए। सभी इस घटना को लेकर दुख जता रहे थे। इस दौरान लोगों ने बताया कि यहां से कई युवा काम के लिए जम्मू कश्मीर गए हैं। वे लोग वहां पर मजदूरी करते हैं। गांव के लोग उन सभी की सकुशल वापसी की आस लगाए हैं।
कश्मीर में भूखे-प्यासे फंसे हैं यहां के कई मजदूर
मिर्जापुर रानीगंज के वार्ड नंबर 15 और खैरूगंज में लोगों ने बताया कि वहां की हालत अब बेहद खराब हो गई है। यहां से वहां जितने मजदूर गए हैं सभी दहशत में हैं। मिर्जापुर की वृद्ध कुमिया देवी का दो पोता महेश ऋषिदेव और सुरेश ऋषिदेव घटना के वक्त वहीं थे। कुमिया कहती हैं कि घटना की जानकारी के बाद उनकी अपने पोतों से बात हुए। महेश और सुरेश ने बताया कि जब गोलीबारी हुई तो उस वक्त दोनों चुनचुन और योगेंद्र के साथ ही थे। अचानक हुए इस हमले में जान तो बच गई है लेकिन अब वे अपने कमरे में बंद हैं। उनके पास अभी खाने-पीने को कुछ नहीं है। यह कहते हुए कुमिया रोने लगती है।