मतगणना को लेकर हुए बवाल के बाद कुमारखंड प्रखंड में अधिकारियों में दहशत, दिया छुट्टी का आवेदन
मतगणना को लेकर प्रदर्शन कर अनशन में बैठे लोगों ने कुमारखंड प्रखंड में जमकर तोड़फोड़ की। बीडीओ और थानाध्यक्ष पर हमला किया गया। इस पूरे मामले के बाद से अधिकारियों और कर्मचारियों में दहशत व्याप्त है। कइयों ने छुट्टी के लिए आवेदन दिया है।
संवाद सूत्र, कुमारखंड (मधेपुरा) : बुधवार को कुमारखंड प्रखंड कार्यालय में अनशनकारियों किए गए तोडफ़ोड़ व अधिकारियों को बंधक बनाए जाने की घटना के बाद कर्मी डरे हुए हैं। कई कर्मियों ने आवेदन देकर छुट्टी की मांग की है। अनशनकारियों ने बीडीओ पंकज कुमार व थानाध्यक्ष रूदल कुमार पर जानलेवा हमला किया था। यहीं नहीं प्रखंड व थाना में तोडफ़ोड़ भी की गई था।
घटना के बाद गुरूवार को कई कर्मियों ने छुट्टी का आवेदन दिया, तो कई कर्मी बतादले की मांग कर रहे हैं। यद्यपि बीडीओ ने किसी भी कर्मी को अवकाश नहीं दिया। कर्मियों का कहना था कि कार्यालय अब काम करने लायक नहीं रह गया है। इस प्रकार की घटना होगी तो काम कैसे करेेंगे। वहीं कई लोगों ने इस प्रकार की घटना की निंदा की है। प्रखंड कार्यालय में तोडफ़ोड़ के बाद सहमें हैं कर्मी, दिया छुट्टी का आवेदन मतगणना में अनियमिता का आरोप लगाकर अनशन पर बैठे लोगों ने किया था प्रदर्शन पहले भी कुमारखंड प्रखंड में हो चुकी है घटना
पूर्व में भी बीडीओ व एसएचओ पर हुआ था हमला
वर्ष 2008 में जिला प्रशासन द्वारा जवाहर उच्च विद्यालय रामनगर बेला में लगाए गए राहत शिविर प्रभारी पर स्थानीय लोगों द्वारा जानलेवा हमला किया गया था। शिविर के निरीक्षण के दौरान अंचलाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी गोपाल कुमार व थानाध्यक्ष विजय कुमार सिंह पर हमला कर वाहन को छति पहुंचाई गई थी। इसके बाद वर्ष 2010 में गृह क्षति मुआवजा को लेकर आए लोगों द्वारा प्रखंड कार्यालय में धावा बोलकर बीडीओ गोपाल प्रसाद पर जानलेवा हमला किया था।
वहीं वर्ष 2020 में छर्रापट्टी गांव में बस चालक व खलासी से अवैध वसूली मामले में पुलिस के हवाले किए आरोपित के भाग जाने के आरोप में थानाध्यक्ष सियावर मंडल पर जानलेवा हमला किया गया था। इसी प्रकार बुधवार को प्रखंड में बैठे अनशनकारियों द्वारा बीडीओ पंकज कुमार और एसएचओ रूदल कुमार पर जानलेवा हमला कर जमकर तोडफ़ोड़ की घटना को अंजाम देने की घटना घटी।