एनएच 333 जमुई-खड़गपुर मार्ग पर डायवर्जन नदी के तेज धार में बहा, यातायात बाधित
एनएच 333 जमुई-खड़गपुर मार्ग पर डायवर्जन नदी के तेज धार में बह गया है। इससे यातायात बाधित हुआ। संवेदक की लापरवाही हो रही उजागर। स्थानीय पुलिस अवरुद्ध मार्ग को ठीक करा पुनः यातायात बहाल करने की कोशिश कर रही है।
संवाद सूत्र, लक्ष्मीपुर (जमुई)। एनएच 333 जमुई- खड़गपुर मार्ग के शेरू थान बाबा के समीप डायवर्जन नदी के तेज धार में बह जानेे से उक्त मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया। नतीजतन सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। बाइक जाने लायक रास्ता भी सड़क पर नहीं बचा है। चार पहिया वाहन जिनको रास्ता मालूम है वे ग्रामीण सड़क होकर आ जा रहे हैं। लेकिन बड़ी गाड़ियों के लिए कोई उपाय नहीं है। स्थानीय पुलिस अवरुद्ध मार्ग को ठीक करा पुनः यातायात बहाल करने की लगातार कोशिश कर रही है। बताया जाता है कि शेरू थान बाबा के समीप काकनी नदी पर बने पुराने पुल को तोड़कर नए पुल का निर्माण 3.75 करोड़ की लागत से किया जा रहा है। इसी के बगल से डायवर्जन बनाया गया थो बारिश होने पर नदी में बह गया। आश्चर्य की बात है कि इतनी बड़ी रकम होने केेे बावजूद भी वाहनों के आवागमन के लिए डायवर्जन तक ठीक से निर्माण नहीं कराया गया है। पुल निर्माण में लगी एजेंसी की लापरवाही भी है। कई जगह डायवर्जन में गड्ढे भी हैं जिससे डायवर्जन से वाहनों को
यातायात में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कठिनाई होने के बावजूद भी पुल के संवेदक इस मामले में लापरवाही बरत रहे हैं। उक्त मार्ग होकर भारी वाहनों का आवागमन इतना ज्यादा है फिर भी संवेदक द्वारा निर्माणाधीन पुल को तोड़ कर न तो ठीक से डायवर्जन का निर्माण कराया गया और न ही क़कनी नदी का पानी से बहाव की उचित व्यवस्था गई। नतीजा है कि एनएच पर चल रहे वाहन मालिक घंटों से मार्ग ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं। काफी मशक्कत के बाद तेज धार को रोक कर डायवर्जन पुन: भरकर चालू करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन अब मरम्मत नहीं हुआ है। इस मार्ग से होकर यातायात करने वालों को अभी दो-तीन दिन काफी परेशानी होगी।