Omicron: चिकित्सक ने दी सलाह, कोरोना वैक्सीन जल्दी लगवा लें, खतरा कम रहेगा, वायरस का प्रसार भी रुकेगा
कोरोना वायरस का खतरा एक बार फिर बढ़ने लगा है। Omicron से लोग डरे हुए हैं। चिकित्सक ने सलाह दी है कि जल्दी से कोरोना वैक्सीन लगवा लें। दोनों टीका लगावा लेने पर खतरा कम रहेगा। वायरस का प्रसार भी रुकेगा।
संवाद सूत्र, फारबिसगंज (अररिया)। कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के प्रसार व प्रभाव को लेकर तरह-तरह के वैज्ञानिकों व आमलोग के बीच चर्चा का बाजार गर्म है। आम लोगों के साथ खास इस ओमीक्रोन को लेकर उहापोह की स्थिति में है। कर्नाटक में नए वेरिएंट के मरीज मिलने से लोगों के बीच भय की स्थिति है। हालांकि आमलोग जानकारी व बचाव को लेकर सरकार की व्यवस्था को लेकर सचेत है।
इस संदर्भ में वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डा.अजय कुमार सिंंह से जब इस नए वेरिएंट के बारे में जानकारी व बचाव सतर्कता के बारे में पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि जो ओमीक्रोन वेरिएंट आया है, यह भारत में भी कई जगह देखने को मिल रहा है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जो यह नया वेरिएंट आया है उनलोगों पर उतना प्रभावी नही है जिन्होंने वैक्सीनश ले लिया है।
इसका मतलब यह है कि वैक्सीनशन प्रभावी है। कहा ओमीक्रोन वेरिएंट का असर वैक्सीनेट लोगों को जो हुआ है उनके लक्षण साधारण ही रहे है।कोई बहुत गंभीर लक्षण नहीं रहे है। वैसे लोगों पर जरूर ज्यादा प्रभाव पड़ेगा या पर रहा है जो अभी तक वैक्सीनेट नहीं हुए है या जो फस्र्ट डोज नहीं लिया या जिसका दूसरा डोज भी समय पर नही लिया। उन्होंने बताया की सबसे महत्वपूर्ण बात है कि वैक्सीनशन का डोज पूरा करने वाले लोग और जिन्होंने वैक्सीन ले लिया वह भी नार्मल कोविड प्रोटोकाल का पालन करे। जैसे शारीरिक दूरी, मास्क,व सैनिटाइजर व भीड़भाड़ से बचे। ऐसा करते हैं तो सुरक्षित रहेंगे।
म्यूटेशन के बाद नए नए वेरियंट आते रहते है। यह भी एक नया वेरिएंट आया है। आशा है जैसे पिछले वेरिएंट को सफलता पूर्वक निपटा गया। इसको भी कर सकते है। वैसे लोग को अस्पताल में भर्ती का जरूरत पड़ सकता है जो अभीतक कोराना का वैक्सीन नहीं लिया है। उनलोगों में लक्षण गंभीर भी हो सकते है। जो लोग वैक्सीनेट है उनको ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। अगर वह कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते है।
बिहार में भी एवं अररिया जिला में भी सभी अस्पताल को फिर से तैयार किया जा रहा है। अगर ज्यादा संख्या में मरीज आए तो हमलोग उनको भर्ती कर सके इसके लिए पर्याप्त मात्रा में बेड उपलब्ध हो, पल्स आक्सिमीटर, दवाएं, आक्सीजन सब चीज की सप्लाई पहले से काफी बेहतर हो इसकी तैयारी पूरी हो चुकी है। साथ ही अन्य सभी अस्पतालों को इसके लिए तैयार किया जा रहा है कि किसी भी गंभीर परस्थिति के लिए तैयार रहे। यह प्रकिया दो तीन दिनों से चल रहा है। इस मे मूल बात है इस वेरिएंट में वैक्सीनेट लोगों का डेथ रेट न के बराबर है।