अब इलेक्ट्रिक इंजन से दौड़ेंगी ट्रेनें, जानिए... रेलवे की क्या है तैयारी
किसी भी नई लाइन या फिर विद्युतीकरण लाइन पर परिचालन शुरू कराने से पहले सीआरएस ओके रिपोर्ट देते हैं। बिना इनके निरीक्षण का परिचालन संभव नहीं है।
भागलपुर [जेएनएन]। किऊल से भागलपुर तक अप और डाउन लाइन में विद्युतीकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है। अब मुख्य रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) का निरीक्षण होना है। यह मार्च तक में होने की उम्मीद है। सीआरएस के निरीक्षण की रिपोर्ट के बाद इलेक्ट्रिक इंजन से परिचालन का रास्ता साफ हो जाएगा।
दरअसल, किसी भी नई लाइन या फिर विद्युतीकरण लाइन पर परिचालन शुरू कराने से पहले सीआरएस ओके रिपोर्ट देते हैं। बिना इनके निरीक्षण का परिचालन संभव नहीं है। अगले महीने के पहले सप्ताह में सीआरएस इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन चलाकर निरीक्षण करेंगे। निरीक्षण के दस से पंद्रह दिनों के अंदर परिचालन शुरू करने की ओके रिपोर्ट भेजी जाती है।
ऐसे में होली के पास इलेक्ट्रिक इंजन से भागलपुर-किऊल के बीच ट्रेन परिचालन शुरू होने की उम्मीद है। सहायक इलेक्ट्रिक अभियंता अपूर्वा श्रीवास्तव ने बताया कि सुरंग में लो हाईट करके इलेक्ट्रिक वायर को पार कराया जाएगा। भागलपुर-किऊल के बीच विद्युतीकरण का काम पूरा हो गया है। सीआरएस के निरीक्षण से पहले दोनों लाइनों पर इलेक्ट्रिक इंजन चलाकर ट्रॉयल लिया जाएगा।