अब आचरण प्रमाण पत्र बनवाने में नहीं होगी परेशानी, समाप्त की जा रही बोझिल प्रक्रिया
अब बिना सदेह उपस्थिति के ही बनेगा आचरण प्रमाण पत्र। इससे बड़ी राहत मिलेगी। बिहार सरकार गृह विभाग ने लोक सेवाओं के अधिकार के तहत इस योजना को प्रथम चरण में पायलट प्रोजेक्ट में दस जिलों को शामिल किया है।
संवाद सूत्र, सहरसा। आचरण प्रमाण पत्र बनाने की बोझिल प्रक्रिया को समाप्त की जा रही है। अबतक लोगों को स्वयं अपने एसपी कार्यालय में उपस्थित होकर आवेदन देना होता था। इस क्रम में आवेदक की आनलाइन फोटोग्राफी भी होती थी। इसके लिए खासकर नौकरीपेशा वाले लोगों को दूर -दूर से इसके आवेदन के लिए अपने पुलिस कार्यालय के काउंटर पर सदेह उपस्थिति की बाध्यता रही। अब यह समस्या समाप्त हो गई है। कोई भी व्यक्ति कहीं से भी इसके लिए साईबर कैफे या अपने मोबाइल से आनलाइन आवेदन कर सकता है।
पायलट प्रोजेक्ट में शामिल हुआ सहरसा
बिहार सरकार गृह विभाग ने लोक सेवाओं के अधिकार के तहत इस योजना को प्रथम चरण में पायलट प्रोजेक्ट में दस जिलों को शामिल किया है। यह सेवा तत्काल अरवल, पश्चिमी चंपारण, भागलपुर, दरभंगा, गया, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, सारण के अलावा सहरसा जिले में प्रथम चरण में लागू की गई है। इसमें आवेदक आचरण प्रमाणपत्र के लिए आनलाइन आवेदन कर वेबसाइट के नागरिक अनुभाग में आवेदन की स्थिति देख सकते हैं। प्रमाणपत्र निर्गत होने की स्थिति में उसे वहीं से डाउनलोड किया जा सकता है। यह आवेदन के क्रम में उपलब्ध कराए गए ई- मेल और मोबाइल नंबर पर भी भेजा जाएगा। और जाचोंपरांत प्रमाण पत्र जारी होने के बाद कहीं से भी उसे डाउनलोड भी किया जा सकता है।
लोक सेवाओं के अधिकार के तहत अबतक सभी प्रमाणपत्रों के लिए तो आनलाइन व्यवस्था की, लेकिन आचरण प्रमाणपत्र के लिए यह सुविधा नहीं थी। आनलाइन आवेदन की सुविधा दिए जाने से लोगों को काफी सहुलियत होगी। - लखेंद्र महतो, आईटी मैनेजर, सहरसा।
पहले आचरण प्रमाण पत्र बनवाने में लोगों को काफी परेशानी होती है। काफी जटिल प्रक्रिया से आवेदकों को गुजरना पड़ता था। इस बोझिल प्रक्रिया को समाप्त करने की योजना बनाई जा रही है। इससे बड़ी राहत मिलेगी। लोगों की परेशानी बचेगी। आसानी से प्रमाण पत्र बनाया जाएगा।