अब कूड़ा-करकट होगा OUT! मुंगेर में महिलाएं बनाईं गईं कप्तान, स्वच्छता को लेकर नई मुहिम
मुंगेर में अब महिलाएं घर-घर दस्तक देंगी। घरों से निकलने वाले कूड़े को लेकर वो सभी को जागरूक करेंगी। वहीं कूड़े से खाद का निर्माण कैसे किया जाए। इसको लेकर भी जन-जागरूकता की जाएगी। स्वच्छता के लिए ये नई मुहिम काफी काबिल-ए-तारीफ है।
संवाद सूत्र,जमालपुर( मुंगेर)। शहर की सड़कों पर अब घरों से निकलने वाला कूड़ा दिखाई नहीं देगा। नगर परिषद प्रशासन ने स्वच्छता को लेकर एक नई रणनीति बनाई है। इसके लिए स्वयं सहायता समूह( एसएचजी) की महिलाओं को नई जिम्मेदारी दी है। अब महिलाएं प्रत्येक घरों में जाकर महिलाओं को गीले व सूखे कचरे को नगर प्रशासन से मिले डस्टबिन में रखने के लिए जागरूक करेंगी। शहर के लोगों के लिए नगर परिषद प्रशासन ने एक बेहतर व्यवस्था की शुरुआत की है। कूड़े से अब खाद बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। घर-घर जाकर उठाव करने वाले कूड़े को एरोबिक बायोकम्पोस्टर में डालकर उससे खाद का निर्माण किया जाएगा। प्रयोग के तौर पर दो जगहों पर यह बायो कम्पोस्टर मशीन लगा दी गई है। इसकी संख्या में बढ़ाने पर विचार चल रहा है।
आधी आबादी ने संभाली कमान
दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह की महिलाएं घर-घर जाकर महिलाओं को घरों से निकलने वाले सूखे व गीले कचरे को डस्टबिन में रखने के लिए जागरूक करेंगी। ताकि घर से निकलने वाले कूड़े का प्रयोग खाद बनाने में हो सके। आइटीसी की सहयोग से नप सभागार में 66 महिलाओं के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें महिलाओं को प्रोजेक्टर के माध्यम से कई महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराई गई। इस मौके पर नगर प्रबंधक रवि अमरनाथ, नगर मिशन प्रबंधक राजीव कुमार व मिथिलेश कुमार उपाध्याय के साथ अमित कुमार उपस्थित थे।
-36 वार्ड है नगर परिषद क्षेत्र में - 66 महिलाओं का बनाया गया है समूह - 33 टीम करेगी शहर के लोगों को जागरूक'शहरवासियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए नगर परिषद प्रशासन संकल्पित है। लोगों से अपील है कि घरों से निकलने वाले कूड़े व कचरे को अलग-अलग डस्टबिन में रखें, ताकि इसका प्रयोग सुगमता पूर्वक खाद बनाने में किया जा सके । इसको लेकर 66 महिलाओं के लिए 33 टीम बनाई गई है प्रत्येक टीम में दो-दो महिलाएं शामिल होंगी।'-पूजा माला, कार्यपालक पदाधिकारी,नगर परिषद।