भागलपुर में 6 जुलाई से टीएमबीयू और कॉलेज के खुलने के नए नियम जारी, टीएनबी में व्यवस्था सुदृढ़ करने की कवायद जारी

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने मंगलवार को अधिसूचना जारी करते हुए विवि और इससे संबद्ध कॉलेज को खोलने के नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। वहीं जिले के टीएनबी कॉलेज में काम पर नहीं आने वाले और वेतन से वंचित कर्मचारियों की फाइलें खंगाली जा रही हैं।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 11:51 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 11:51 AM (IST)
भागलपुर में 6 जुलाई से टीएमबीयू और कॉलेज के खुलने के नए नियम जारी, टीएनबी में व्यवस्था सुदृढ़ करने की कवायद जारी
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने जारी की अधिसूचना

जागरण संवाददाता, भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) की सभी ईकाइयों के कार्यालय, अंगीभूत कॉलेज, पीजी विभागों के कार्यालय सामान्य उपस्थिति के साथ शाम पांच बजे तक खुलेंगे। इस दौरान बाहरी आगंतुकों का प्रवेश वर्जित रहेगा। इसकी अधिसूचना मंगलवार को कुलसचिव डॉ. निरंजन प्रसाद यादव ने जारी कर दी है। छह जुलाई तक यह नियम लागू रहेगा। इस दौरान सभी विभाग, इकाइयों, कॉलेजों के प्रभारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे।

टीएमबीयू के साइंस कैंपस का होगा सौंदर्यीकरण

टीएमबीयू के साइंस विभाग परिसर के सौंदर्यीकरण के लिए विश्वविद्यालय को प्रस्ताव भेजा जाएगा। इसके लिए मंगलवार को समिति की बैठक साइंस डीन डॉ. अशोक कुमार ठाकुर की अध्यक्षता में पीजी जूलॉजी विभाग में संपन्न हुई। इसमें डॉ. जगधर मंडल, डॉ. राज कुमार साहू और डॉ. विवेक कुमार सिंह उपस्थित हुए। निर्णय लिया गया है कि साइंस कैंपस में मेन रोड, ब्रांच रोड की सफाई, लाइटिंग, पौधारोपण, सड़क चौड़ीकरण का प्रस्ताव विवि को भेजा जाए। इसकी जिम्मेदारी डॉ. विवेक कुमार सिंह को सौंपी गई है। यह जानकारी पीआरओ डॉ. दीपक कुमार दिनकर ने दी है।

टीएनबी कॉलेज में हुई सात बिंदुओं पर बैठक

टीएनबी कॉलेज में मंगलवार को विकास समिति की बैठक प्राचार्य डॉ. संजय कुमार चौधरी की अध्यक्षता में हुई। कॉलेज में शैक्षणिक समेत अन्य निर्माण कार्य को लेकर चर्चाएं हुईं। जर्जर कई दीवारें गिर गई हैं, जिसका निर्माण होना है। तय हुआ कि कॉलेज प्रबंधन अपने स्तर से 50 हजार रुपये तक का कार्य करा सकता है। इससे ज्यादा की राशि के लिए अनुमति और टेंडर की प्रक्रिया अपनानी होगी।

सात बिंदुओं पर कॉलेज में समिति बीच मंथन हुआ है। कमेटी में सीसीडीसी डॉ. केएम सिंह, बर्सर डॉ. संजय कुमार झा, डॉ. दयानंद राय, डॉ. एसएन पांडेय, डॉ. रतन मंडल और डॉ. मिथिलेश कुमार सिन्हा शामिल थे। नैक मूल्यांकन को लेकर भी विभिन्न कार्य कराने को लेकर चर्चा हुई। बीएन कॉलेज में भी विकास समिति की बैठक मंगलवार को हुई, जिसमें कई निर्णय लिए गए।

काम और वेतन से रोके गए कर्मियों की खंगाली जाएगी फाइल

टीएनबी कॉलेज में कार्य और वेतन से रोके गए 14 कर्मियों के मामले में बुधवार को डीएसडब्ल्यू की अध्यक्षता में जांच कमेटी की बैठक होगी। कमेटी ने उन कर्मियों से संबंधित फाइलों की मांग पूर्व की बैठक में कुलसचिव कार्यालय से की थी। सूचना है कि संबंधित फाइलें कमेटी को उपलब्ध करा दी गई है। कमेटी के सदस्य फाइलों को देखने के बाद इस पर आगे निर्णय लेंगे।

कर्मियों की मांग पर कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता के निर्देश पर डीएसडब्ल्यू के संयोजन में जांच कमेटी का गठन किया गया था, जिसमें सीसीडीसी डॉ. केएम सिंह और डॉ. अभयानंद सहाय सदस्य के रूप में हैं। कमेटी की बैठक में उन कर्मियों के मामले में चर्चा हुई थी, जिनको 2019 से ही काम और वेतन से रोक दिया गया है।

तत्कालीन कुलसचिव डॉ. अरूण कुमार सिंह ने शिक्षा सचिव के एक पत्र का हवाला देते हुए प्राचार्य को कर्मियों को हटाने का निर्देश दिया था। किंतु उनकी सेवा समाप्त नहीं की गई थी। इसको लेकर सभी कर्मी विवि अधिकारियों के यहां चक्कर लगा रहे थे। इनमें कुछ सेवानिवृत भी हो गए। कई कर्मी कोर्ट गए हैं। मामला लंबित है। कर्मियों का कहना है जब मामला कोर्ट में लंबित है तो विश्वविद्यालय ने कैसे कार्रवाई की।

chat bot
आपका साथी