महज 50 फीसद घरों तक पीएचईडी पहुंच सका है नल का जल

स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचईडी) तय समय के अंदर लोगों के घर तक नल का जल नहीं पहुंचा सका। विभाग ने 15 अगस्त तक योजना पूरा करने का दावा किया था।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 08:37 AM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 08:37 AM (IST)
महज 50 फीसद घरों तक पीएचईडी पहुंच सका है नल का जल
महज 50 फीसद घरों तक पीएचईडी पहुंच सका है नल का जल

भागलपुर। स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचईडी) तय समय के अंदर लोगों के घर तक नल का जल नहीं पहुंचा सका। विभाग ने 15 अगस्त तक योजना पूरा करने का दावा किया था। लेकिन, जिस गति से काम हो रहा है उससे स्पष्ट है कि अक्टूबर-नवंबर से पहले काम पूरा नहीं हो पाएगा। जबकि यह योजना मई में ही पूरी हो जानी चाहिए थी, लेकिन अबतक 50 फीसद ही काम हो सका है।

जिले के 1784 वार्डो के 2.95 लाख घरों तक नल का जल पहुंचाने का जिम्मा पीएचईडी को दिया गया है। दो सालों में अबतक 857 वार्डो के 1.42 लाख घरों तक पानी पहुंच सका है। वहीं, 924 वार्डो के 1.53 लाख घरों में घर नल का जल पहुंचाना बाकी है। पांच साल में भी पूरा नहीं हो सका बहुग्रामीण जलापूर्ति योजना

सुल्तानगंज और कहलगांव में बहुग्रामीण जलापूर्ति और ट्रीटमेंट प्लांट का काम शुरू किया गया, लेकिन पांच साल में भी काम पूरा नहीं हो सका है। इस योजना पर 709 करोड़ रुपये खर्च किया जाना है। लेकिन, इस योजना के तहत महज 68 हजार घरों में ही पाइप लाइन का कनेक्शन हो सका है।

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आर्सेनिक प्रभावित हैं कई वार्डो के पानी

जगदीशपुर, गोराडीह, नाथनगर, सुल्तानगंज प्रखंड के कई गांव के लोगों को आर्सेनिक और फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर हैं। वहीं, नवगछिया सब डिविजन के लगभग सभी गांवों में पानी में आयरन की मात्रा काफी है।

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कोट

लॉकडाउन के कारण मजदूरों के नहीं आने से काम प्रभावित हुआ। जून में काम शुरू किया गया, लेकिन लगातार बारिश होने से काम बाधित हो रहा है। सितंबर तक काम पूरा करने का निर्देश दिया गया है।

-रमणजी झा, मुख्य अभियंता, पीएचईडी।

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