मुंगेर व‍िश्‍वव‍िद्यालय: छात्रों के ल‍िए अच्‍छी खबर, अब पीजी में पढ़ने के ल‍िए नहीं भटकना होगा इधर-उधर

मुंगेर व‍िश्‍वव‍िद्यालय विवि में पीजी विभाग खोलने को कवायद तेज। विवि के अधीन पांच जिलों के विद्यार्थियों को होगी सहूलियत। नई कुलपति आने के बाद विवि प्रशासन ने तेज की मुहिम। अब यहां पीजी की पढ़ाई के लिए दूसरे जगह नहीं जाना होगा।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Mon, 06 Sep 2021 03:19 PM (IST) Updated:Mon, 06 Sep 2021 03:19 PM (IST)
मुंगेर व‍िश्‍वव‍िद्यालय: छात्रों के ल‍िए अच्‍छी खबर, अब पीजी में पढ़ने के ल‍िए नहीं भटकना होगा इधर-उधर
मुंगेर व‍िश्‍वव‍िद्यालय में पीजी की पढ़ाई होगी।

मुंगेर [अजीत पाठक]। मुंगेर विवि के अधीन आने वाले पांच जिले मुंगेर, लखीसराय, खगडिय़ा, जमुई और शेखपुरा के छात्र-छात्राओं के लिए राहत भरी खबर। अब यहां के विद्यार्थ‍ियों को पीजी की पढ़ाई के लिए दूसरे विवि नहीं जाना होगा। मुंगेर विवि में पीजी विभाग खोले जाने की सुगबुगाहट तेज हो गई है। पहले चरण में मुंगेर के आरडी एंड डीजे कालेज, जेआरएस कालेज व बीआरएम कालेज जेएमएस कालेज में खुलने पर विचार चल रहा है, इसके बाद दूसरे जिलों में जमीन की उपलब्धता हुई तो वहां भी पीजी के विभाग खुलेंगे। मुंगेर विवि के अंतर्गत 17 कालेज है। पीजी विभाग के लिए वित्त विभाग की ओर से पीजी के लिए प्रस्तावित पदों में से 160 शिक्षक व शिक्षणेतर कर्मचारियों के पद सृजन की स्वीकृति दे दी है, इसमें 114 शिक्षकों के लिए व 46 शिक्षणेतर कर्मचारियों के लिए है। वित्त विभाग से पद सृजन की स्वीकृति मिलने से विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों ने मंथन करना शुरू कर दिया है। सब कुछ ठीक ठाक रहा तो जल्द ही इन महाविद्यालयों में पीजी विभाग खोले जा सकते है।

पूर्व में मिल चुकी है मान्यता : मुंगेर विश्वविद्यालय को शिक्षा विभाग राज्य सरकार से पूर्व में ही 12 स्कूल के गठन की मान्यता मिल चुकी है, जिसमें स्कूल आफ लाइफ साईंसेंज, स्कूल आफ केमिकल साईंसेज, स्कूल आफ फिजिकल साईंसेज, स्कूल आफ मैथेमेटिकल साईंसेज, स्कूल आफ कंप्यूटर साईंसेज, स्कूल आफ कामर्स एंड मैनेजमेंट स्टडीज, स्कूल आफ हयूमेनिटीज, स्कूल आफ सोशल साईंसेज, स्कूल आफ अर्थ एंड प्लैनेटरी साईंसेज, स्कूल आफ लीगल स्टडीज, स्कूल आफ कंटीन्यूईंग लर्निग एंड प्रोफेशनल डेवलपमेंट स्टडीज। इन स्कूलों में विभागो के प्रस्तावित पदों में से 160 पदों के पद सृजन की स्वीकृति वित्त विभाग के मिल गई है। जल्द ही शिक्षा विभाग से भी स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। जिसके वाद विभागों का विधिवत गठन किया जाएगा।

विवि बनने के बाद से ही हो रही थी डिमांड : विश्वविद्यालय की स्थापना मार्च 2018 में हुई है। तीन वर्ष से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी स्नातकोतर विभाग नहीं खुल सका। जिसकों लेकर छात्र संगठन, अभिभावक, छात्र आदि लगातार मांग कर रहे है। हालांकि, पूर्व कुलपति प्रो. रंजीत कुमार वर्मा विभाग खोलने के लिए लगातार प्रयास कर रहे थे, पर उनका कार्यकाल समाप्त होते ही मामला ठंडा पड़ गया। अब नई कुलपति प्रो. श्यामा राय के आने के बाद पीजी को लेकर विवि गंभीर हो गया है और इसका फलाफल भी जल्द दिखने लगेगा।

मुंगेर विवि में पीजी विभाग को लेकर विवि प्रशासन गंभीर है। जल्द ही इस पर बड़ा निर्णय लिया जाएगा। इसकी कवायद शुरू कर दी गई है। छात्र-छात्राओं को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले इस दिशा में लगातार काम हो रहा है। -प्रो.श्यामा राय, कुलपति, मुंगेर विवि।

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