बिहार के जमुई में फर्जी शिक्षकों पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई

नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच कर रहे निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने जमुई के चार फर्जी शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। जांच प्रतिवेदन के आधार पर आरोपित शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 11:08 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 11:08 AM (IST)
बिहार के जमुई में फर्जी शिक्षकों पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई
जमुई में फर्जी शिक्षक पर कार्रवाई की गई।

संवाद सहयोगी, जमुई। नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच कर रहे निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने सोनो प्रखंड के विद्यालय में कार्यरत चार फर्जी शिक्षकों पर सोनो थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, पटना के पुलिस अवर निरीक्षक प्रमोद कुमार द्वारा प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन के आधार पर आरोपित शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। निगरानी ने जांच के दौरान उपरोक्त सभी शिक्षकों के इंटरमीडिएट के अंकपत्र फर्जी पाए गए। जांच में यह भी पाया गया कि इन शिक्षकों ने फर्जीवाड़ा कर झारखंड के झारखंड अधिविद्य परिषद रांची से इंटरमीडिएट का अंकपत्र प्राप्त किया है जबकि जांच में झारखंड अधिविध परिषद रांची ने इन शिक्षकों के प्रमाण पत्र के परिषद से निर्गत नहीं होने की बात बताइ है। इन शिक्षकों के इंटरमीडिएट के अंकपत्र पूरी तरह फर्जी बताया गया है। पुलिस अवर निरीक्षक प्रमोद कुमार ने बताया कि रिंकू कुमारी का नियोजन बाबुडीह पंचायत नियोजन इकाई अंतर्गत वर्ष 2010 में इंटरमीडिएट के प्रमाण पत्र पर हुआ।

इनका प्रमाण पत्र 2007 में झारखंड अधिविध परिषद रांची से निर्गत बताया गया है जबकि जांच के क्रम में परिषद ने उक्त प्रमाण पत्र के निर्गत नहीं होने की बात सामने आई है। उसी तरह श्वेता कुमारी का नियोजन वर्ष 2006 में महेश्वरी पंचायत नियोजन इकाई अंतर्गत हुआ है। निगरानी को जांच के लिए सुपुर्द किये गए प्रमाण पत्र में इन्होंने 2004 में इंटरमीडिएट की परीक्षा झारखंड अधिविध परिषद से पास की है जबकि इनका प्रमाण पत्र परिषद द्वारा निर्गत नहीं है।

श्वेता कुमारी का नियोजन भी इंटरमीडिएट के प्रमाण पत्र पर ही हुआ है। उसी तरह महेश दास का नियोजन 2010 में छुछुनरिया पंचायत नियोजन इकाई द्वारा इंटरमीडिएट के प्रमाण पत्र पर हुआ है। उन्होंने 2001 में इंटरमीडिएट की परीक्षा झारखंड अधिविध परिषद से पास की है जबकि जांच में पाया गया कि परिषद द्वारा इनका प्रमाण पत्र निर्गत नहीं किया गया है। शशि भूषण कुमार का नियोजन 2005 में बाबुडीह पंचायत नियोजन इकाई के द्वारा इंटरमीडिएट के प्रमाण पत्र पर हुआ है। इन्होंने 2002 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की है जबकि परिषद द्वारा इनके प्रमाण पत्र के भी निर्गत नहीं होने की बात बताई है।

इन शिक्षकों के विरुद्ध दर्ज कराया गया केस

शिक्षक -- नियोजन वर्ष-- विद्यालय का नाम

1)रिंकू कुमारी- 2010- नवीन प्राथमिक विद्यालय नीमडीह

2)श्वेता कुमारी-2006 - उत्क्रमित मध्य विद्यालय गंदर

3)महेश दास- 2010- नवीन प्राथमिक विद्यालय छाताकरम

4) शशिभूषण कुमार -2005-उत्क्रमित मध्य विद्यालय मांगेचपरी

निगरानी के जांच प्रतिवेदन के आधार के दर्ज किया गया है। - अब्दुल हलीम, थानाध्यक्ष, सोनो, जमुई।

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