विधानसभा में बोले मंत्री- सिकहरिया घाट पर नहीं होगा पुल का निर्माण, इन गांव के लोगों की टूटी आस

जमुई में सिकहरिया घाट पर पुल बनने की आस पूरी तरह खत्‍म हो गई। विधायक श्रेयसी सिंह द्वारा उठाए गए सवाल पर विभाग के मंत्री ने कहा कि वहां पुल नहीं बनाया जा सकता है इससे संबंधित कोई भी प्रस्‍ताव विभाग के पास नहीं है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 04:11 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 04:11 PM (IST)
विधानसभा में बोले मंत्री- सिकहरिया घाट पर नहीं होगा पुल का निर्माण, इन गांव के लोगों की टूटी आस
जमुई में सिकहरिया घाट पर पुल बनने की आस पूरी तरह खत्‍म हो गई।

जमुई [प्रमोद कुमार पम्पी]। सदर प्रखंड अंतर्गत सिकहरिया क्यूल नदी हनुमान घाट पर पुल निर्माण का सपना टूट गया। जमुई विधायक श्रेयसी सिंह द्वारा पूछे प्रश्न के उत्तर मे संबंधित विभाग के मंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि इस पुल निर्माण का कोई भी प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। मंत्री ने बताया कि सिकहेरिया पुल स्थल के दोनों तरफ के बसावटों को एकल संपर्कता प्रदत्त है। इसलिए इस स्थल पर पुल निर्माण नहीं हो सकता है। पुल निर्माण की आस निहारे दर्जनभर गांव के लोगों को जैसे ही यह खबर सुनाई पडी तो मायूसी छा गई।

पुल निर्माण से दर्जनभर गांव को होगा फायदा

 शहर से सटे सिकहेरिया क्यूल नदी हनुमान घाट पर पुल निर्माण से सिकहेरिया, गारोनवादा, लठाने, सोनपै, सुग्गी,बुकार आदी एक दर्जन गांव के लोगों को काफी फायदा पहुंचेगा।जहां के लोग 10 किलोमीटर की दूरी तय कर कोर्ट, कचहरी और जमुई बाजार आते हैं। यदी यह पुल बन जाता है तो ये लोग चंद मिनट में ही शहर पहुंच जाएंगे। 

जिला प्रशासन द्वारा बनाया जा रहा कई महत्वपूर्ण कार्यालय

 नदी के उस पार सिकहेरिया गारोनवादा एवं सोनपै मौजा में कृषि विज्ञान केंद्र, उत्पाद विभाग,श्रम विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभाग का कार्यालय बनाया जा रहा है। इसके अलावा जिला प्रशासन द्वारा महिला आइटीआई और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और कई अन्य पदाधिकारियों के आवास निर्माण के लिए भी जगह चिन्हित की जा रही है।

अनिश्चितकालीन अनशन पर बैंठेंगे चन्द्रचुड

पुल निर्माण में आइ अचानक रूकावट की खबर सुनकर भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष चन्द्रचुड सिंह ने कहा कि जमुई शहर के उत्तर, पश्चिम और दक्षिण दिशा अग्रतर विकास की ओर है।लेकिन शहर के पुरब की दिशा का विकास कछुए की चाल से चल रहा है। यदि सिकहरिया पुल के अलावा ढेकडीह व गढबा कटौना गांव के नदी पर पुल का निर्माण हो जाता है तो इस क्षेत्र के गांव का विकास भी तेजी से बढे़गा। किसानों की आमदनी बढेगी।शहर में हरी सब्जियों की सप्लाई बढे़गाऔर शहर का विस्तार होगा।उन्होंने कहा कि हम 2015 से लेकर अब तक लगातार पुल निर्माण कार्य के लिए एक दर्जन से अधिक आवेदन जिलाधिकारी को सौंपा।नदी की मिट्टी भी जांच की गई लेकिन अचानक विभाग ने पुल के प्रस्ताव को विचाराधीन नहीं रखने की बात कही है। जो कई बातों की ओर इशारा कर रहा है। एक तरफ जहां सरकार द्वारा गांव को सभी सुख सुविधा प्रदान करने का प्लान कर शहर का विस्तारीकरण करना चाहती है। दूसरी ओर पुल निर्माण के प्रस्ताव को खारिज भी कर रही है। लेकिन हमको इन सब चीजों से कोई मतलब नही हैं।मैं सिकहरिया घाट पर पुल निर्माण को लेकर दर्जनों बार धरना-प्रदर्शन किया। अब इसके लिए अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठूंगा।

कहते हैं पुल निर्माण से जुडे लोग

 सिकहेरिया घाट पुल निर्माण से जुडे लोग बिरेद्र कुमार,कुमार चन्द्रदेव, संतोष सिंह ने कहा कि हनुमान घाट पर पुल निर्माण को लेकर कई वर्षो से सिकहेरिया सहित दर्जनभर गांव के लोग संघर्षरत हैं। लोगों द्वारा स्थानीय विधायक और सांसद का भी इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया।लेकिन अचानक सरकार के पास से पुल निर्माण को लेकर इस तरह का जबाब हमलोगों को मर्माहत कर दिया। सिकहरिया निवासी धीरज सिंह ने कहा कि पुल निर्माण को लेकर दर्जनभर आवेदन जिलाधिकारी के समझ गया है। अब तक कोई कार्रवाई नही होना आश्चर्यजनक है।उन्होंने कहा की जमुई विधायक श्रेयसी सिंह द्वारा विधानसभा में किए गए पश्न के उत्तर में भी काफी त्रुटि है।जब विभाग के पास पुल निर्माण को लेकर कोई प्लान नही है तो फिर मिट्टी जांच कैसे की गई।यह सवाल खुद विभाग के ऊपर ही खड़ा हो रहा है।

जमुई विधायक के लिए होगा चुनौती

 सिकहरिया हनुमान घाट पुल निर्माण स्थानीय विधायक श्रेयसी सिंह के लिए भी चुनौती है।हालांकि विधायक द्वारा इसपर पहल किया जा रहा है।इसी का नतीजा है कि पुल के लिए अबतक हुए प्रयास और कार्य का नतीजा भी विभागीय मंत्री द्वारा दे दिया गया है।अब देखना यह है की पुल निर्माण को लेकर जमुई विधायक का अगला कदम क्या होगा। सिकहेरिया सहित कई गांव के लोग की उम्मीद श्रेयसी पर बनी हुई है।

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