मीटर रीडिग कर बिजलीं उपभोक्ता खुद बिल निकाल सकते हैं बिल
बिजली उपभोक्ताओं को बिल के लिए अब विभाग पर निर्भर नहीं रहने की जरूरत नहीं है। मीटर रीडिग कर उपभोक्ता खुद ही बिजली बिल तैयार कर सकते हैं। जानकारी के मुताबिक 30 से 32 दिनों के भीतर अपने क्षेत्र से संबंधित उपभोक्ताओं के घर जाकर मीटर रीडिग कर बिल तैयार कर उपभोक्ता को निर्गत करना है लेकिन किसी कारणवश यदि कर्मी मीटर रीडिग नहीं पाते हैं तो 35 दिनों के बाद उपभोक्ता मीटर से स्वयं कर बिल निकालकर भुगतान कर सकते हैं।
भागलपुर। बिजली उपभोक्ताओं को बिल के लिए अब विभाग पर निर्भर नहीं रहने की जरूरत नहीं है। मीटर रीडिग कर उपभोक्ता खुद ही बिजली बिल तैयार कर सकते हैं। जानकारी के मुताबिक 30 से 32 दिनों के भीतर अपने क्षेत्र से संबंधित उपभोक्ताओं के घर जाकर मीटर रीडिग कर बिल तैयार कर उपभोक्ता को निर्गत करना है, लेकिन किसी कारणवश यदि कर्मी मीटर रीडिग नहीं पाते हैं तो 35 दिनों के बाद उपभोक्ता मीटर से स्वयं कर बिल निकालकर भुगतान कर सकते हैं। उपभोक्ता द्वारा मीटर रीडिग के आधार पर तैयार बिल के भुगतान को विभाग में मान्य होगा। खुद बिल तैयार करने के लिए विभाग के सुविधा एप का उपयोग करना होगा। इस एप पर क्लिक करने पर उपभोक्ता का नाम, उपभोक्ता संख्या, मीटर रीडिग के आधार पर यूनिट, यूनिट की राशि, बिल भुगतान व बकाया बिल सहित सारी सूचनाएं एप प्राप्त हो जाएंगी। एप पर दर्शाए गए बिल उपभोक्ता ऑनलाइन या फिर बिल काउंटर पर जाकर भुगतान कर सकते हैं। एप के माध्यम से तैयार बिल के गलत होने की समस्या खड़ी नहीं होने के साथ बिल सुधार के लिए कार्यालय के चक्कर लगाने से भी मुक्ति मिलेगी। साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, भागलपुर आपूर्ति क्षेत्र के सहायक अभियंता विवेक कुमार ने कहा कि मीटर रीडिग के लिए कर्मियों को उपभोक्ताओं के घर हर माह जाना ही है। रीडर को 30-32 दिनों में मीटर रीडिग कर उपभोक्ताओं का बिल निर्गत करना है, लेकिन विशेष परिस्थितियों में मसलन कर्मी के बीमार पड़ने या किसी कारणवश उस क्षेत्र के मीटर रीडर के नहीं पहुंचने पर उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए खुद बिल निकाल कर भुगतान करने की व्यवस्था की गई है।